कमल विश्वास
चाईबासा : अस्तित्व संकट से जूझ रहे जोड़ा तालाब के दिन सुधारने की उम्मीद जगी है. शहर की अनमोल विरासत तालाब के सौंदर्यीकरण का बीड़ा शहर की तीन महत्वपूर्ण पदों पर आसीन महिलाओं ने उठाया है. नगर पर्षद अध्यक्ष नीला नाग, जिला पर्षद अध्यक्ष अनिता सुम्ब्रुरुई व मत्स्य पदाधिकारी नीलम सरोज एक्का इसके लिए संयुक्त व सार्थक पहल करने जा रही है.
योजना के अनुसार तालाब की सफाई की जायेगी तो उसमें जमी गाद को साफ कर उसकी गहराई को बढ़ाया जायेगा. प्रयास यह किया जा रहा है कि तालाब के पानी का उपयोग लोगों के हलक को तर करने और जलापूर्ति मांग को पूरा करने के लिए किया जाये. इस कड़ी में तालाब को स्वरोजगार का माध्यम भी बनाने की पहल की जायेगी. इसके लिए नगर पर्षद व जिला पर्षद तालाब में गंदी नालियों के पानी का बहाव रोकने की पहल करेगी तो चारों और घेराबंदी कर तालाब की अनमोन विरासत को बचाने का भी प्रयास किया जायेगा.
तालाब कूड़ादान न बन जाये
सदर अस्पताल व तालाब के तीन ओर बसी घनी बस्तियों का गंदा पानी इस ऐतिहासिक धरोहर को लील रहा है. इसे रोकने के लिए नगर पर्षद सिविल सजर्न को पत्र लिखने जा रहा है. इसमें अनुरोध किया जायेगा कि सदर अस्पताल के हानिकारक बॉयोमेडिकल बेस्ट को सीधे तालाब में न डाला जाये. इसके अलावा तालाब में मिलने वाले सिवरेज के गंदे पानी को नदी तक पहुंचाने के लिए अलग से व्यवस्था करने पर विचार किया जा रहा. तालाब की सफाई में अक्सर अड़चन बनने वाले मत्स्य विभाग ने सहयोग को हामी भरी है.