कृषक कार्यशाला में ही डीसी ने लगाया जनता दरबार, सुनी शिकायतें
चाईबासा : पिल्लई हॉल में गुरुवार को झारखंड ट्राईबल विकास कार्यक्रम के तहत कृषक कार्यशाला का आयोजन किया गया था. उपायुक्त अबु बक्कर सिद्दीख पी ने कार्यक्रम का उद्घाटन भी किया, लेकिन जैसे ही उन्हें कार्यक्रम को संबोधित करने के लिए आमंत्रित किया गया उन्होंने कार्यक्रम परिसर को जनता दरबार में बदल दिया.
डीसी ने यह कहते हुए माइक लोगों को दे दी कि भाषण तो होते रहेगा किसान अपनी समस्याएं बताये.
इसके बाद दूर से आये किसानों ने बारी–बारी से समस्याएं सुनायीं. खेती के साथ–साथ स्कूलों में शिक्षकों के नहीं आने और मनरेगा में मजदूरी भुगतान नहीं होने की समस्याएं सामने आयी. उपायुक्त ने शिक्षक पर कार्रवाई करने, मनरेगा गड़बड़ी की जांच करने का आदेश दिया. डीसी ने जनसहभागिता जरूरी बताते हुए कहा कि विकास कार्य ग्रामीण नहीं रोके.
कहा कि ईचा–खरकाई नहर का निर्माण ग्रामीणों ने रोक दिया, जो गलत है. नहर निर्माण से कई गांवों को खेती के लिए पानी उपलब्ध होता. कहा कि कई जगह लोग ठेकेदार से पैसा ऐंठने के लिए भी काम में अड़ंगा डाल रहे हैं. उन्होंने योजनाओं की निगरानी करने एवं गड़बड़ी की शिकायत पहले ब्लॉक फिर अनुमंडल में करने को कहा. कहा कि सुनवाई न हो तो हमारे पास आये निश्चित कार्रवाई होगी.
डीसी ने किसानों को अपने बच्चे को पालने की ही तरह खेती करने को कहा. इस मौके पर कृषि पदाधिकारी ब्रजेश्वर दूबे, पंकज कुमार सिंह, नीरज नयन ने कृषि के आधुनिक तकनीक और धान की खेती की जानकारी दी.