पश्चिम सिंहभूम के टॉपरों ने अभिभावक व शिक्षकों को दिया सफलता का श्रेय
डॉक्टर बनना चाहती है कविता यादव
मनोहपुर : कविता मनोहरपुर शहरी क्षेत्र की 20 खोली क्षेत्र में रहने वाली कविता ने आर्थिक परेशानियों का सामना करते हुए अपनी हिम्मत की बदौलत एकाग्रता के साथ पढ़ाई की. वह कहती है इसका फल मुङो प्राप्त हुआ है. वह सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, बड़ी बहन(शिक्षिका) व अपने गुरुजनों को देती हैं.
कविता के पिता शिव सहाय चौधरी मनोहरपुर थाना चौक पर चाय बेचते हैं. जबकि मां गृहिणी हैं. बड़ी बहन स्थानीय निजी विद्यालय में मानदेय पर शिक्षिका के रूप में कार्यरत हैं.
आइआइटीयन बनना चाहती है प्रेरणा
चाईबासा : जिला में दूसरे स्थान ( 465) पाने वाली प्रेरणा कुमारी शर्मा आगे चलकर आइआइटीन बनना चाहती है. पद्मावती सरस्वती शिशु विद्या मंदिर की यह छ़ात्र तथा चाईबासा की न्यू कॉलोनी टुंगरी निवासी शैलेंद्र कुमार की बेटी प्रेरणा कहती है कि दसवीं की परीक्षा के लिये उसे विशेष तैयारी की थी. जब भी जीतना समय मिला उसने पढ़ाई की.
खासकर देर रात तक पढ़ाई करने तथा शिक्षक व अभिभावकों के मार्ग दर्शन से उसे यह सफलता हासिल हुई. जिला शीर्ष पंद्रह में शामिल होने पर वह काफी खुश दिखी. उसने अपने जूनियरों को मेहनत न भागने तथा पढ़ाई के लिये ज्यादा से ज्यादा समय देने का सुझाव दिया.