चक्रधरपुर : सायतबा वनक्षेत्र बरकेला के बीहड़ जंगल में 29 अक्तूबर को वन विभाग ने मुफस्सिल थाना की मदद से छापेमारी की. वहां 30-40 की संख्या में महिला-पुरुष पेड़ों की कटाई कर रहे थे. पुलिस जवान व वन कर्मियों को देख सभी भागने लगे. वनकर्मियों ने दौड़ाकर चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. वहीं छह टांगी व तीन दाउली जब्त किया. 678 पेड़ काटने के आरोप में चारों आरोपियों को सोमवार को जेल भेज दिया. वन पदाधिकारी आरके झा ने बताया
कि अवैध तरीके से वनों की कटाई की सूचना मिली थी. गिरफ्तार चार आरोपियों में धर्मसाई गांव का देवेंद्र जामुदा, अनिल कुमार जोंको, सिरकापी गांव निवासी जटा सामड, पेटापेटी निवासी सिदिउ कामय शामिल है.
एक दिन पहले वन कर्मी पर फेंका तेल, जान बचाकर भागे : रेंजर श्री झा ने बताया कि 28 अक्तूबर को भी छापेमारी की गयी. पेटापेटी जंगल में सुबह पांच बजे 15-20 महिला-पुरुष पेड़ की कटाई कर रहे थे. वनकर्मियों ने रोका, तो तीर-धनुष, टांगी, दाउली व अन्य हथियार दिखाकर जान से मारने की धमकी दी. एक महिला जेमा कुई ने एक वनकर्मी पर भेलवा तेल डालने का प्रयास किया. वनकर्मी किसी तरह जान बचाने में सफल रहा. नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के कारण शाम पांच बजे वन अधिकारी वापस हो गये.
19 के खिलाफ मामला दर्ज
भारतीय वन अधिनियम 1927 की धारा व जंगली जानवर सुरक्षा एक्ट 1972 की धारा का उल्लंघन के आरोप में देवेंद्र जामुदा, अनिल कुमार जोंको, जटा सामड, सिदिउ कामय, रामाय बोयपाई, जोंको कायम, जसपाल पुरती, सुकरा कायम, जेमा कुई, बुधन सिंह सुंडी, मथुरा कायम, अर्जुन कामय, तुराम कायम, कुंजा जामुदा, सुरेश गागराई, साधो दिग्गी, रामलाल जामुदा, कैरा बोयपाई पर मामला दर्ज किया गया है.
किसी हाल में जंगल नहीं कटने देंगे : आरके झा
रेंजर आरके झा ने कहा कि किसी हालत में जंगल नहीं कटने देंगे. लकड़ी माफियाओं ने छोटे-बड़े 678 पेड़ों को काट दिया है. जंगल में अवैध रूप से पेड़ काटने की सूचना पर छापामारी की गयी. लकड़ी माफियाओं के साथ वन अधिकारियों की टकराव भी हुई.