चाईबासा : उपायुक्त अरवा राजकमल ने कहा है कि जिले में करीब 10 हजार बच्चे कुपोषण के शिकार हैं. जिले से कुपोषण खत्म करने के लिए प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग के साथ बैठक की है. बच्चों को ठीक करने के लिए प्लान बनाया जा रहा है. इसके लिए मंझारी और टोंटो में डीएमएफटी फंड से […]
चाईबासा : उपायुक्त अरवा राजकमल ने कहा है कि जिले में करीब 10 हजार बच्चे कुपोषण के शिकार हैं. जिले से कुपोषण खत्म करने के लिए प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग के साथ बैठक की है. बच्चों को ठीक करने के लिए प्लान बनाया जा रहा है. इसके लिए मंझारी और टोंटो में डीएमएफटी फंड से अतिरिक्त कुपोषण उपचार केंद्र (एमटीसी) खोला जा रहा है.
इसकी स्वीकृति के लिए सरकार को पत्र भेजा गया है. उपायुक्त ने कहा कि सरकार की ओर से सीएचसी में एक्स-रे मशीन, अल्ट्रासाउंड मशीन खरीदारी का आदेश आ गया है. जैम के माध्यम से इन उपकरणों की खरीदारी की जायेगी. वहीं मेडिकल वेस्टेज (उपयोग हुआ इंजेक्शन, दवा या अन्य मेडिकल कचरा) के लिए सीएचसी में वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम लगाया जायेगा.
कुपोषित बच्चों को खूंटपानी की तरह पोषक आहार देने की तैयारी: उपायुक्त ने बताया कि खूंटपानी प्रखंड में टाटा स्टील और यूनिसेफ की ओर कुपोषित बच्चों के लिए कार्यक्रम चलाया जा रहा है. कुपोषित बच्चों को इस प्रखंड में रेडी टू इट पोषक आहार दिया जा रहा है. इसी तरह का पोषक आहार बच्चों को देने की तैयारी चल रही है. जल्द इस दिशा में कार्य धरातल पर दिखेगा.
सभी सीएसची में एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड मशीन व वेस्ट मैनेजमेंट लगेगा
स्वास्थ्य विभाग के अफसरों संग कुपोषण उपचार का बना प्लान