चाईबासा : कोल्हान विवि के कैंटीन आवंटन में अनियमितता का आरोप झेल रहे विवि के वित्त सलाहकार मधुसूदन ने उनपर लगे आरोपों को साजिश करार दिया है. वहीं पूर्व वीसी के कार्यकाल में हुए कई कार्यों में अनियमितता का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि पदभार ग्रहण करने के बाद से वे लगातार वित्तीय गड़बड़ियों […]
चाईबासा : कोल्हान विवि के कैंटीन आवंटन में अनियमितता का आरोप झेल रहे विवि के वित्त सलाहकार मधुसूदन ने उनपर लगे आरोपों को साजिश करार दिया है. वहीं पूर्व वीसी के कार्यकाल में हुए कई कार्यों में अनियमितता का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि पदभार ग्रहण करने के बाद से वे लगातार वित्तीय गड़बड़ियों को लेकर आपत्ति जताते रहे हैं.
विवि के स्नातकोत्तर विभाग में कंप्यूटर ऑपरेटर सह लिपिक को आउटसोर्स करने की जिम्मेदारी पूर्व कुलपति डॉ आरपीपी सिंह के कार्यकाल में रांची की एक एजेंसी को दी गयी. एजेंसी निर्धारित समय सीमा में लोगों की तैनाती नहीं कर सकी. इस कारण एजेंसी की विवि में जमा सिक्यूरिटी राशि जब्त कर ली. इसके बाद से उनके खिलाफ आरोप लगना शुरू हुआ. उन्हें गलत मामले में फंसाने की कोशिश हो रही है.
हालांकि कैंटीन आवंटन की अधिसूचना कुलसचिव ने जारी की. ऐसे में कुलसचिव ही बता सकते हैं कि बिना कुलपति व प्रतिकुलपति की अनुमति से आवंटन पत्र जारी कैसे हुआ.
दो सफाई एजेंसियों को बिना काम राशि का भुगतान हुआ : वित्त सलाहकार ने आरोप लगाया कि पूर्व कुलपति डॉ आरपीपी सिंह के समय रांची के लोगों को अलग-अलग कार्यों के बहुत ठेके दिये गये. साफ-सफाई की जिम्मेदारी लेने वाली दो एजेंसियों को बिना काम के राशि का भुगतान किया गया. अगस्त में इनकी अवधि खत्म हो गई.
इन मामलों में कार्रवाई होने वाली है. कर्मचारी मद : विवि से 6000 लेकर 4000 भुगतान हुआ :विवि व कॉलेजों में तैनात कर्मचारियों के मद में विवि से 6000 रुपये का भुगतान लिया गया, जबकि कर्मचारियों को 4000 रुपये दिए गये. कर्मचारियों को इएसआइ व इपीएफ का भुगतान नहीं किया गया. कर्मचारियों के वेतन दो-दो, तीन-तीन माह रोक कर रखा गया. सभी मामलों की जांच करा कार्रवाई की जा रही है.
कोल्हान विवि. कैंटीन आवंटन में अनियमितता का मामला
कहा, मैन पावर सप्लाई का दायित्व लेने वाली एजेंसी की सिक्यूरिटी राशि जब्त हुई, तो कुछ लोग बौखलाये