शास्त्रों के अनुसार ग्रहण से नौ घंटे पहले लगता है सूतक
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चंद्रग्रहण : 15 घंटे बंद रहे जिले के सभी मंदिरों के पट
शास्त्रों के अनुसार ग्रहण से नौ घंटे पहले लगता है सूतक ग्रहण खत्म होने के बाद मूर्तियों को गंगाजल से स्नान कराया गया चाईबासा : सावन की पूर्णिमा पर सोमवार की रात आंशिक चंद्र ग्रहण लगा. इसके कारण दोपहर 1:30 बजे से सुबह पांच बजे तक (15 घंटे 30 मिनट) जिले के सभी मंदिरों के […]
ग्रहण खत्म होने के बाद मूर्तियों को गंगाजल से स्नान कराया गया
चाईबासा : सावन की पूर्णिमा पर सोमवार की रात आंशिक चंद्र ग्रहण लगा. इसके कारण दोपहर 1:30 बजे से सुबह पांच बजे तक (15 घंटे 30 मिनट) जिले के सभी मंदिरों के पट बंद रहे. आंशिक चंद्र ग्रहण का सूतक दोपहर 1 बजकर 52 मिनट पर लगा. इसके पूर्व मंदिरों के पट बंद कर दिये गये. चाईबासा शहर का काली मंदिर, बाबा मंदिर, जगन्नाथ मंदिर, शिव मंदिर समेत अन्य बंद हो गये. इसके कारण भक्तों को भगवान के दर्शन नहीं हुये. सुबह पांच बजे इन मंदिरों के पट खुले.
चंद्र ग्रहण भारतीय समयानुसार रात्रि 10 बजकर 52 मिनट पर शुरू हुआ. इसकी समाप्ति 8 अगस्त की रात 12.49 बजे होगी. शास्त्रों के अनुसार ग्रहण लगने से लगभग 9 घंटे पहले सूतक लगता है. इस दौरान सभी मंदिरों के कपाट बंद रखने का विधान है. ग्रहण की समाप्ति पर मूर्तियों को गंगा जल से स्नान के बाद वस्त्र बदले गये.
चंद्रग्रहण में सूतक 9 घंटे पहले लगता है. इसके कारण मंदिरों के पट बंद कर दिये जाते हैं. इस दौरान पूजा पाठ नहीं होती है. भक्त भगवान का स्मरण कर सकते हैं. चंद्रग्रहण के दौरान खाने व सोने की मनाही है. ग्रहण के बाद स्नान कर दान पुण्य का विधान है.
– राजेश पाठक, पुजारी, बाबा मंदिर
एक घंटा 57 मिनट का रहा चंद्रग्रहण
इस बार का चंद्र ग्रहण 1 घंटा 57 मिनट का रहा. भारतीय समयानुसार इस खंड ग्रास चन्द्रग्रहण का स्पर्श रात्रि 10.52 बजे से मध्य रात्रि 11.51 बजे तक और मोक्ष रात्रि 12.49 बजे तक रही. ग्रहण के दौरान खाने व सोने की मनाही रही.
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