सिमडेगा. आइटीडीए कार्यालय के निकट भ्रष्टाचार के खिलाफ धरना देने आये लोगों को पुलिस ने हटा दिया. वे लोग बिना अनुमति के धरना दे रहे थे. उक्त धरना आदिवासी अधिकार महापंचायत, संपूर्ण भारत क्रांति पार्टी, आदिवासी छात्र संघ, भारत आदिवासी पार्टी, जिला ग्राम मंच एवं झारखंड नवनिर्माण दल के संयुक्त तत्वावधान में दिया जा रहा था. धरना के माध्यम से लोग आदिवासी उप योजना के पैसे का दुरुपयोग बंद करने, योजना में दलाली बंद करने, विभाग में गैर आदिवासियों का अड्डा बनाना बंद करने, आदिवासी उप योजना का लाभ गैर आदिवासियों को देना बंद करने की मांग कर रहे थे. सैकड़ों की संख्या में आदिवासी संगठनों के लोग धरना देने पहुंचे थे. किंतु सूचना मिलते अंचलाधिकारी मो इम्तियाज अहमद व थाना प्रभारी विनोद पासवान दल-बल के साथ धरना स्थल पहुंच धरना देने वालों को समझा बुझा कर हटाया. इधर, धरना देने आये संपूर्ण भारत क्रांति पार्टी के नील जस्टीन बेक ने कहा कि अनुमति के लिए आवेदन अनुमंडल पदाधिकारी को दिया गया था. इसके बाद ही उक्त लोग धरना पर बैठे थे. इधर थाना प्रभारी विनोद पासवान का कहना था कि धरने की अनुमति नहीं दी गयी थी. इसके बावजूद उक्त लोग धरना दे रहे थे. अनुमति नहीं मिलने के कारण उक्त लोगों को समझा-बुझा कर धरनास्थल से हटाया गया.
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