सिमडेगा. नगर भवन परिसर जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान द्वारा बाल संरक्षण व बाल सुरक्षा पर एक दिवसीय कार्यशाला हुई. कार्यक्रम की शुरुआत में कार्यशाला में आये अतिथियों को बैच लगा कर, पुष्पगुच्छ व शॉल तथा मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि उपायुक्त अजय कुमार सिंह, जिला शिक्षा पदाधिकारी, बाल संरक्षण पदाधिकारी सिमडेगा, जिला शिक्षा अधीक्षक सह प्राचार्य डायट सिमडेगा व पुलिस विभाग के प्रतिनिधि इंस्पेक्टर भिखारी राम ने संयुक्त रूप से की. स्वागत भाषण जिला शिक्षा अधीक्षक सह प्राचार्य डायट सिमडेगा के दीपक राम द्वारा किया गया. कार्यक्रम के दौरान कार्यशाला के महत्व पर चर्चा की गयी. साथ ही हमेशा जागरूक रहने की बात कही गयी. जिला शिक्षा पदाधिकारी मिथिलेश केरकेट्टा ने पोक्सो एक्ट व कार्यशाला के उद्देश्य पर चर्चा की. मुख्य अतिथि उपायुक्त अजय कुमार सिंह ने पोक्सो एक्ट, कानून गठन की शुरुआत से लेकर उसके अमल में आने तक की प्रक्रिया का विस्तार से बताया. पोक्सो एक्ट और यौन अपराध से जागरूकता के लिए शिक्षकों को शिक्षक अभिभावक मीटिंग में चर्चा करने का सुझाव दिया, जिससे अधिक से अधिक अभिभावक और उनके बच्चे इस कानून एवं यौन अपराधों के प्रति जागरूक हो सकें. इसके लिए समय-समय पर विद्यालयों में संगोष्ठी भी करें. कार्यक्रम में विशेषज्ञ के रूप में व्योमेकेश कुमार लाल, पीरामल फाउंडेशन की संचिता कुमारी, राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक स्मिथ कुमार सोनी उपस्थित थे. पुलिस विभाग से इंस्पेक्टर भिखारी राम व बाल संरक्षण पदाधिकारी द्वारा भी पोक्सो अधिनियम के विभिन्न प्रावधानों पर चर्चा की गयी. शिक्षक स्मिथ कुमार सोनी ने बाल संरक्षण के लिए सरकार द्वारा विभिन्न टोल फ्री नंबर पर चर्चा की. पीरामल फाउंडेशन की संचिता कुमारी ने बाल अपराध की पहचान किस प्रकार करें इस पर चर्चा की. धन्यवाद ज्ञापन डायट संकाय सदस्य सुनील कुमार गुप्ता ने किया. मंच संचालन मनोज कुमार सिन्हा व सत्यजीत कुमार ने किया. कार्यक्रम को सफल बनाने में पीयूष लकड़ा, सुनीति जरिया, अनिल कुमार, कंचन मंगला किंडो, आभा एक्का एवं कार्यालय सहायक मयंक शेखर दास, विवेक केरकेट्टा एवं कार्यक्रम में आये सभी शिक्षक और छात्र-छात्राओं का योगदान रहा.
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