फोटो फाइल:23 एसआइएम:8-कार्यक्रम प्रस्तुत करते बच्चे,9-कार्यक्रम में शामिल लोग बानो. कोलेबिरा प्रखंड के लचरागढ़ स्थित धर्मशाला में अग्रसेन महाराज की जयंती धूमधाम से मनायी गयी. कार्यक्रम में मारवाड़ी समाज के सभी लोगों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया. इस अवसर पर समाज की महिला सदस्यों के द्वारा सामूहिक रूप से दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का उदघाटन किया गया. समाज के लोगों ने महाराजा अग्रसेन की तस्वीर के समक्ष पूजन किया. मौके पर अग्रसेन जी के उपदेशों व उनके आदर्शों पर चर्चा की गयी. पूजन तथा बौद्धिक सत्र के बाद प्रसाद वितरण किया गया. वहीं रात्रि में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस मौके पर ड्राइंग, नृत्य, रंगोली, मेहंदी,तकिया रेस, फैंसी ड्रेस,गीत संगीत सहित विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया. जिसमें छोटे-छोटे बच्चे बच्चियों और समाज की महिलाओं ने भाग लिया. बच्चों के द्वारा एक से बढ़कर एक नृत्य प्रस्तुत किया गया. प्रतिभागियों ने गीत प्रस्तुत कर सबों का मन मोह लिया. ज्ञात हो की अग्रसेन जी महाराज का जन्म श्री राम भगवान के पुत्र कुश के 34वीं पीढ़ी में राजा वल्लभ सेन के यहां हुआ था. क्षत्रिय कुल में जनम लेने के बावजूद भी महाराजा अग्रसेन जी हिंसा के बिल्कुल खिलाफ थे एवं अपने उदारता के लिए जाने जाते थे. महाराजा अग्रसेन ने ईश्वर पूजा में पशु बलि को निषेध करते हुए अहिंसा पूर्वक एक नये राज्य की स्थापना की. जिसे अग्रोहा धाम के नाम से जाना जाता है. उन्होंने 18 यज्ञ किये, जिसके फलस्वरूप 18 गोत्र की स्थापना हुई. कार्यक्रम में जलडेगा, बानो और लचरागढ़ के सभी अग्रवाल समाज के लोगों ने भाग लिया. इस अवसर पर छतर सिंह कोठारी, केदारनाथ अग्रवाल, रमेश अग्रवाल,रामकुमार अग्रवाल, पवन अग्रवाल, रामअवतार अग्रवाल, विजय अग्रवाल, राधेश्याम अग्रवाल, अजय अग्रवाल,विकास मित्तल,बानो से बिल्लू अग्रवाल, नितिन लूनिया,राहुल अग्रवाल,विनोद अग्रवाल, जलडेगा से रोशन, छोटू, राकेश यश सहित मारवाड़ी समाज के अन्य सदस्य उपस्थित थे.
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