सिमडेगा: भाकपा माओवादी द्वारा गुरुवार को आहूत झारखंड बंद का जिले में व्यापक असर देखा गया. वाहनों का परिचालन पूरी तरह ठप रहा और दुकानें व प्रतिष्ठान बंद रहे. सरकारी दफ्तर खुले रहे, किंतु लोगों की उपस्थिति कम रही. बस स्टैंड में सन्नाटा पसरा रहा और सड़कें वीरान रही. सड़कों पर कम लोग ही नजर आये.
हालांकि टेंपो सहित अन्य छोटे वाहनों का परिचालन सुचारू रहा. बंद के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा. विशेष रूप से मुसाफिरों को इधर-उधर भटकते देखा गया. इसका लाभ छोटे वाहनों ने उठाया. छोटे वाहनों द्वारा मनमाने तरीके से किराया वसूला गया.
बंद के कारण प्रखंड कार्यालय एवं न्यायालय में कम भीड़ देखी गयी, परिणाम स्वरूप वादों का निबटारा प्रभावित हुआ और सरकारी काम में बाधा आयी. सब्जी मार्केट में भी सन्नाटा पसरा रहा. दूर दराज से आने वाले सब्जी बिक्रेता बंद के कारण नहीं आ पाये. बंद का असर दिहाड़ी मजदूरों व रिक्शा चालकों पर भी पड़ा. अनुमान के अनुसार, बंद के कारण जिले में लगभग 70 लाख का व्यवसाय प्रभावित हुआ. इधर बानो एवं ओड़गा रेलवे स्टेशन में ट्रेनों का परिचालन सामान्य रहा. सभी ट्रेनें से समय से आयी और गयी. जिले के सभी प्रखंड मुख्यालयों में भी बंद का असर देखा गया. समाचार लिखे जाने तक जिले में कहीं से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है.
कोलेबिरा में बैंक बंद रहे
कोलेबिरा में बंद का असर देखा गया. वाहन नहीं चले तथा दुकानें बंद रही. हालांकि साप्ताहिक बाजार लगा रहा, जहां लोगों ने खरीद बिक्री की. को-ऑपरेटिव बैंक, झारखंड ग्रामीण बैंक, यूनाइटेड बैंक, बैंक ऑफ इंडिया बंद रहे. विद्युत सब डिवीजन कार्यालय भी बंद रहा. बानो प्रखंड में भी बंद असरदार रहा. यहां पर डाकघर व बैंक भी बंद रहे.