खरसावां.
खूंटपानी के बिंज स्थित उद्यान महाविद्यालय जाने वाली सड़क पूरी तरह से जर्जर हो गयी है, जिससे कॉलेज के शिक्षक, विद्यार्थी और स्थानीय लोगों को भारी परेशानी हो रही है. छात्रों ने सड़क निर्माण की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. हाथों में तख्तियां लेकर सड़क के जीर्णोद्धार की आवाज बुलंद की. यह राज्य का एकमात्र उद्यान महाविद्यालय है, लेकिन खराब सड़क वजह से बाहर से लोग यहां आने से हिचकते हैं. बरसात में खराब सड़क के कारण आपात स्थिति में चिकित्सकीय सुविधा तक पहुंचना भी कठिन हो जाता है.कॉलेज की ओर जाने वाली तीनों सड़क जर्जर
उद्यान महाविद्यालय की ओर जाने वाली तीनों मार्ग जर्जर हो चुके हैं. कुचाई-खमारडीह मोड़ से 7.5 किमी, जानुमबेड़ा से 6 किमी और बासाहातु से 4.5 किमी की दूरी पर ये सड़कें हैं, जिनमें बड़े-बड़े गड्ढे बन गये हैं और बारिश में जलभराव होने से आवागमन मुश्किल हो जाता है.इन रास्तों पर 2012 में हुई उद्यान महाविद्यालय की स्थापना
यह महाविद्यालय 18 अक्तूबर 2012 को बिरसा कृषि विश्वविद्यालय का अंगीभूत कॉलेज बनकर स्थापित हुआ था. यह राज्य का एकमात्र उद्यान महाविद्यालय है जो शिक्षा के साथ-साथ किसानों के लिए शोध, प्रशिक्षण और प्रदर्शन कार्य करता है. प्रदर्शन में मुख्य रूप से छात्र अणरदीप कुमार, प्रकाश कुमार, अर्पित राज, अनिकेत तन्मय तिर्की, धीरज महतो, आनंद पांडेय, नियोस जॉय तिग्गा, नीलु कुमारी, कनक विश्वकर्मा, ईशा तिवारी, शुभश्री, रुपा भगत, तृष्णा महतो, नेहा मुर्मू, प्रेरणा कुमारी, नीधी सिंह, पलक सिंह आदि शामिल थे. विद्यार्थी सड़क की खराब हालत से होने वाली असुविधा के बारे में भी प्रशासन को अवगत करा चुके हैं, लेकिन अब तक सड़क निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका है.विद्यार्थियों को यूनिवर्सिटी में प्लेसमेंट के लिए अप्लाई करना होता है. खराब सड़क के कारण ही कैंपस के लिए कॉलेज आने से कतराते हैं. –अमित कुमार, छात्र, उद्यान महाविद्यालय
बरसात के मौसम में सड़कों बने गड्डों में जल जमाव के कारण आवागमन में परेशानी होती है. साथ ही दुर्घटनाओं का खतरा हमेशा बना रहता है
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-प्रिया वर्णवाल, छात्रा, उद्यान महाविद्यालय
जर्जर सड़कों के कारण यात्री वाहन आने से कतराते हैं. खराब सड़क के चलते ज्यादा भाड़ा देना पड़ता है. छात्रों पर आर्थिक दबाव बढ़ रहा है. -सुदिप्त बारिक, छात्र, उद्यान महाविद्यालय
कॉलेज जाने वाली सड़कें पूरी तरह से जर्जर है. विद्यार्थियों से लेकर आम लोगों को आवागमन में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है.-सौरव मांझी, छात्र, उद्यान महाविद्यालय
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