सरायकेला.
सरायकेला के देहुरीडीह नव प्राथमिक विद्यालय में उत्कल सम्मेलनी ओड़िया शिक्षक संघ की बैठक संघ की अध्यक्ष लक्ष्मी प्रिया कर की अध्यक्षता में आयोजित की गयी. बैठक में जिला पर्यवेक्षक सुशील षाड़ंगी ने कहा कि ओड़िया यहां की मातृभाषा है. इसके संरक्षण व संवर्धन के लिए शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका है. उन्होंने शिक्षकों से आग्रह किया कि वे ओड़िया भाषा के छात्र-छात्राओं को मन लगाकर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करें.शिक्षकों के कार्यों का हुआ मूल्यांकन
बैठक में सुशील षाड़ंगी ने सभी शिक्षकों के पठन-पाठन कार्य का मूल्यांकन किया और उन्हें बेहतर शिक्षा प्रणाली अपनाने के सुझाव दिया. इस दौरान यह निर्णय लिया गया कि सरायकेला प्रखंड एवं शहरी क्षेत्र के ओड़िया भाषा विद्यालयों में शिक्षकों द्वारा नए सत्र में कम से कम 10 बच्चों का ओड़िया भाषा में नामांकन सुनिश्चित किया जाएगा.उत्कल दिवस मनाने की तैयारी
बैठक में आगामी 1 अप्रैल को उत्कल सम्मेलनी सरायकेला ब्लॉक कमेटी एवं शिक्षक संघ के संयुक्त तत्वावधान में उत्कल दिवस कार्यक्रम मनाने का निर्णय लिया गया. शिक्षकों ने इस अवसर पर ओड़िया भाषा और संस्कृति को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता जतायी.ओड़िया भाषा की शिक्षा को लेकर चर्चा
सुशील षाड़ंगी ने कहा कि सरायकेला-खरसावां जिले सहित पूरे झारखंड में अधिकतर विद्यालयों में ओड़िया मातृभाषा की शिक्षा ओडिशा सरकार के शिक्षा विभाग और सामाजिक संगठन उत्कल सम्मेलनी के सहयोग से दी जा रही है. इस पहल से क्षेत्र में ओड़िया भाषा और संस्कृति को मजबूती मिल रही है. बैठक में रीता रानी नंद, सुष्मिता आचार्य, पद्मपति, रीना मिश्र, ज्योत्सना महापात्रा, शक्ति पति, मिनते दाश, झुना कर, मौसमी होता, रूपम राणा, घासीराम महतो, अर्चना दास, रश्मिता दाश सहित कई शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित थीं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है