खरसावां. ओड़िशा सरकार के शिक्षा विभाग की एक टीम ने सरायकेला-खरसावां का दौरा कर विद्यालयों में मातृभाषा ओड़िया में हो रही पठन-पाठन व्यवस्था का जायजा लिया. क्योंझर (ओडिशा) के अतिरिक्त जिला शिक्षा पदाधिकारी रुद्र नारायण सामल के नेतृत्व में शिक्षा विभाग की टीम ने खरसावां के उत्क्रमित मध्य विद्यालय बुढ़ीतोपा, उत्क्रमित मध्य विद्यालय पदमपुर, आदर्श मध्य विद्यालय खरसावां का निरीक्षण किया. स्कूलों में ओड़िया भाषा में हो रहे पठन-पाठन कार्य का जायजा लिया. इस दौरान स्कूलों में अध्ययनरत बच्चों से भी ओड़िया भाषा दी जा रही शिक्षा की जानकारी ली. टीम में शिक्षा विभाग के पदाधिकारी खेत्रो मोहन हांसदा, मानस दास, नरोत्तम नायक, तुलसी राम महांतो, अरविंद महांतो आदि मौजूद रहे. इस दौरान उत्कल सम्मलेनी के जिलाध्यक्ष सुमंत चंद्र मोहंती समेत कई पदाधिकारी मौजूद थे.
ओड़िया शिक्षकों को एक साल से नहीं मिला मानदेय
मानदेय पर नियुक्त शिक्षकों को पिछले एक साल से मानदेय नहीं मिला है. वित्तीय वर्ष 2024-25 को समाप्त हुए तीन माह से अधिक समय गुजर चुका है, लेकिन शिक्षकों के हाथ सिर्फ निराशा लगी है. शिक्षकों को आर्थिक तंगी से भी जूझना पड़ रहा है. मालूम हो झारखंड, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश व पश्चिम बंगाल के ओड़िया भाषा वाले क्षेत्रों में विगत दो दशकों से 626 शिक्षक विभिन्न विद्यालयों में बच्चों को मातृभाषा ओड़िया में शिक्षा दे रहे हैं. ओडिशा सरकार के गण शिक्षा विभाग से मिलने वाले अनुदान के तहत सामाजिक संगठन उत्कल सम्मेलनी द्वारा इन शिक्षकों को सालाना 30 हजार रुपये का मानदेय दिया जाता है.
वित्तीय वर्ष 2021-22 का मानदेय भी बकाया
ओड़िया शिक्षकों का वित्तीय वर्ष 2021-22 का मानदेय भी बकाया है. वित्तीय वर्ष 2021-22 का मानदेय भी आर्थिक अनुदान नहीं मिलने से अब तक लंबित है. बकाया मानदेय का भुगतान करने के लिए कई बार मांग की गयी. लेकिन राशि का भुगतान अब तक नहीं हो पाया है. कई बार शिक्षकों का मानदेय बढ़ाकर प्रतिमाह 4500 रुपये करने की भी मांग उठी. ओडिशा सरकार से इस संबंध में आश्वासन भी मिला, लेकिन इसे लागू नहीं किया जा सका.कोल्हान के तीन जिलों में 154 शिक्षक पढ़ा रहे ओड़िया
कोल्हान के तीनों जिले के 118 स्कूलों में मानदेय पर 154 शिक्षक बच्चों को मातृभाषा ओड़िया की शिक्षा दे रहे हैं. बच्चों को ओड़िया सिखाने के साथ ही शिक्षक इसके प्रचार-प्रसार में भी लगे हुए हैं. पूर्वी सिंहभूम जिला के 27 स्कूलों में 54 शिक्षक, पश्चिमी सिंहभूम जिले के 39 स्कूलों में 42 शिक्षक व सरायकेला-खरसावां जिले के 52 स्कूलों में 58 शिक्षक सिर्फ मातृभाषा ओड़िया पढ़ाते हैं. पिछले करीब दो दशकों से स्कूलों में बच्चों को मातृभाषा ओड़िया पढ़ाने की यह व्यवस्था की गयी है. उत्कल सम्मेलनी द्वारा उपलब्ध कराये गये आंकड़ों के अनुसार कोल्हान के तीनों जिलों में कक्षा 1 से 8 के बीच करीब 8,300 बच्चे मातृभाषा ओड़िया में पठन-पाठन कर रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

