सरायकेला. सरायकेला में सिंचाई व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए जल संसाधन विभाग ने बड़ी पहल की है. 2.20 करोड़ रुपये की लागत से चार प्रमुख तालाबों का जीर्णोद्धार किया जायेगा. इस दिशा में विभागीय प्रक्रिया आरंभ कर दी गयी है और निविदा आमंत्रण की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है. जिले में कई ऐसे सरकारी तालाब हैं जो वर्षों से उपेक्षित और जीर्ण-शीर्ण स्थिति में हैं. इनकी वर्तमान स्थिति इतनी खराब हो चुकी है कि उनमें पानी का भंडारण क्षमता बहुत ही कम रह गयी है. विशेष रूप से गर्मी के दिनों में अधिकतर तालाब लगभग सूख जाते हैं, जिससे किसानों को सिंचाई के लिए गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ता है. बरसात के दिनों में यदि वर्षा कम हो या सूखे की स्थिति उत्पन्न हो जाए, तो ये तालाब किसानों की कोई मदद नहीं कर पाते. इसी स्थिति को देखते हुए जल संसाधन विभाग ने इन तालाबों के जीर्णोद्धार की योजना बनायी है
जीर्णोद्धार के लिए चयनित तालाब
राजनगर प्रखंड के राजनगर गांव में लगभग 77 लाख रुपये की लागत से तालाब का जीर्णोद्धार किया जाएगा. राजनगर प्रखंड के ही केन्द मुंडी गांव में लगभग 55 लाख रुपये की लागत से तालाब को दुरुस्त किया जाएगा. ईचागढ़ प्रखंड के सालुकुडीह गांव में 70 लाख रुपये की लागत से तालाब का जीर्णोद्धार किया जायेगा. नीमडीह प्रखंड के हुंडरू पाथरडीह गांव में 33 लाख रुपये की लागत से तालाब का पुनर्निर्माण कराया जायेगा. इस योजना से न केवल इन क्षेत्रों में सिंचाई की समस्या का समाधान होगा, बल्कि किसानों की कृषि निर्भरता को भी मजबूती मिलेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

