सरायकेला : खरसावां प्रखंड के पडि़यावादी गांव में चर्तुभुज प्रधान व सविता प्रधान नाम के दो भाई बहन अनजान बीमारी से पीडि़त मिलें. पीडि़ता के पिता देवीलाल प्रधान ने बताया कि जन्म से 5 से 6 वर्ष की उम्र तक दोनों सामान्य बच्चे की तरह थे. उसके बाद कमजोरी व विकलांगता आयी, जो दिनों दिन बढ़ता गया.
इन पीडि़तों को युवा जागृति व स्वावलंबन संस्था ने खोज निकाला. इस संबंध में संस्था के राजेश सिंहदेव ने बताया कि संस्था द्वारा गांव में टीबी रोग के रोकथाम हेतु अक्षया कार्यक्रम चलाया जा रहा है. इसी क्रम में ये दोनों भाई-बहन अज्ञात बीमारी से पीडि़त पाये गये. श्री सिंहदेव ने बताया कि स्वस्थ्य बच्चों का अचानक अनजान बीमारी से पीडि़त होना स्वास्थ्य विभाग के लिए चुनौती का विषय बन गया है.उन्होंने कहा कि पीडि़तों के इलाज हेतु जिला के चिकित्सा पदाधिकारियों को अवगत कराया जायेगा, ताकि इनका सरकारी स्तर से समुचित इलाज हो सकें और फिर से ये सामान्य जीवन व्यतित कर सकें.