मंडरो
फोरलेन सड़क को गोचर जमीन पर बनाने और शिमरतल्ला झील को बर्ड सैंक्चूरी घोषित करने के प्रयासों के समर्थन में डिहारी गांव की महिलाएं 29 नवंबर से अनिश्चितकालीन अनशन और शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन पर बैठ गयी हैं. इस संदर्भ में साहिबगंज उपायुक्त को आवेदन दिया गया है. आवेदन में लिखा है कि हम सभी महिलाएं डिहारी, पटवर टोला और भोलीया टोला गांव की गृहणी हैं. हमारा परिवार पशुपालन, बटाईदार किसानी और दैनिक मजदूरी पर निर्भर है. हम अपने गांव को उजड़ने से बचाने वाले पंकज कुमार ओझा के कार्यों का समर्थन करती हैं और उनका सहयोग करते हुए चाहती हैं कि गांव के बीच से फोर लेन सड़क निर्माण पर रोक लगायी जाये और गोचर जमीन पर यह ग्रीनफील्ड सड़क बनायी जाये. साथ ही, पंकज कुमार ओझा के पहल पर सिमरतल्ला झील को यथाशीघ्र बर्ड सैंक्चूरी घोषित किया जाए. जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होतीं, हम शांतिपूर्ण और नियम संगत विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे. इस आवेदन की प्रतिलिपि एसपी, एसडीओ, सीओ तथा थाना प्रभारी मुफस्सिल साहिबगंज को दी गयी है. धरना में रूपा भारती, शांति देवी, सियावती देवी, ज्योति देवी, मंजू ओझा, आशा देवी, लक्ष्मी देवी, महेश्वरी देवी, संजू देवी, ललिता ओझा, सुनिता देवी, मीरा देवी, अरिला देवी, जानकी देवी, पूनम देवी, रीना देवी, सोनी देवी, श्यामा देवी और गीता देवी शामिल थीं.
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