प्रतिनिधि, बरहेट प्रखंड क्षेत्र के बाबूपुर गांव में रविवार को दो दिवसीय सत्संग शुभारंभ हुआ. पहले दिन सत्संग को संबोधित करते हुए स्वामी चतुरानन्द महाराज ने कहा कि गुरु के बिना ज्ञान संभव नहीं है. ज्ञान के बिना बेकार है जीवन है. तनाव रहित व सरल जीवन के लिए मनुष्य को गुरु से ज्ञान रूपी दान अर्जित करना चाहिए. कहा कि आत्मज्ञान के लिए सत्संग जरूरी है. सत्संग के लिए गुरु के ज्ञान की जरूरत पड़ती है. ज्ञान के बिना सत्संग नहीं हो सकता है.गुरु द्वारा बताए गए मार्ग पर चलकर मनुष्य अपने जीवन को धन्य बना सकता है,गुरु हमेशा ही कुछ देता है.गु व रु” के मेल से गुरु शब्द बना है. गु का अर्थ अंधकार व रु का रोशनी है. जो हमे अंधकार से निकाल कर प्रकाश की तरफ ले जाए, जीवन को प्रकाशमय बना दे वही सच्चा गुरु होता है. वहीं, संध्या बेला में गुरु महाराज की आरती पूजन की गई. इस दौरान सभी महिला पुरुष श्रद्धालुओं ने सत गुरुवे नमः के नारे लगाए. मौके पर हरिहर बाबा, अध्यक्ष देवनारायण ठाकुर, उपाध्यक्ष जयनारायण भगत, व्यवस्थापक मेघलाल पंडित, विजय पंडित, के अलावा अन्य कमेटी के सदस्य मौजूद थे.
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