मंडरो.पलाश जेएसएलपीएस के अंतर्गत मंडरो प्रखंड के बड़तल्ला पंचायत भवन परिसर में बुधवार को आजीविका महिला संकुल स्तरीय प्राथमिक स्वावलंबी सहकारी समिति लिमिटेड की एजीएम एवं सीएलएफ की बैठक का आयोजन किया गया. इस बैठक की अध्यक्षता समिति की अध्यक्ष जमीला खातून ने की, जबकि मुख्य अतिथि के रूप में बीपीएम ब्रह्मानंद महतो उपस्थित रहे. कार्यक्रम में क्लस्टर के सभी कर्मियों की उपस्थिति अनिवार्य रही. बीएपी गुंजन कुमारी ने बैठक की जानकारी देते हुए बताया कि मंडरो संकुल में तीन पंचायतों के 35 राजस्व ग्राम शामिल हैं, जिनमें 26 सखी मंडलों के माध्यम से 2860 महिलाएं जुड़ी हुई हैं. बीपीएम ब्रह्मानंद महतो ने कहा कि सरकार द्वारा आजीविका सशक्तिकरण के उद्देश्य से विभिन्न योजनाओं जैसे सामुदायिक निवेश निधि, चक्रीय निधि और कैश क्रेडिट लिंक के माध्यम से कम ब्याज दर पर ऋण प्रदान किया जा रहा है. इसके जरिए ग्रामीण महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़कर उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है. वार्षिक आमसभा में वित्तीय वर्ष 2024-25 का आय-व्यय विवरण प्रस्तुत किया गया, जिसमें सीएलएफ को कुल ₹3,25,592 का लाभ हुआ है. वर्तमान में संकुल संगठन में 24 महिला कैडर कार्यरत हैं, जो न केवल स्वयं सशक्त हो रही हैं, बल्कि अन्य महिलाओं को भी आर्थिक रूप से सशक्त बनाने का कार्य कर रही हैं. इस वर्ष 737 छुटे हुए परिवारों को सखी मंडल से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है. बैठक में दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना के अंतर्गत युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान कर उन्हें रोजगारोन्मुखी बनाने पर भी चर्चा हुई. कार्यक्रम में बीओबी उप प्रबंधक केशव कुमार, बीइओ संजीव कुमार, सीसी उमेश बास्की, ध्रुव ज्योति साह, प्रमोद रजक, सत्यजीत कुमार सत्यम, आईपीआर रमेश कुमार सहित सभी ट्रेडों एवं सखी मंडलों की सदस्याएं उपस्थित रहीं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

