बरहरवा
प्रखंड क्षेत्र के कोटालपोखर की रहने वाली आशालता मंडल जेएसएलपीएस से जुड़कर अपनी मेहनत और लगन से आत्मनिर्भर महिला बनकर समाज की महिलाओं को राह दिखाने का कार्य कर रही हैं. साल 2022 में लखपति दीदी योजना से जुड़ने के बाद आज वह खुद लखपति दीदी बन गयी हैं. आशालता मंडल बताती हैं कि उनके परिवार में कुल चार लोग हैं. जिनमें से कमाने वाले सिर्फ उनके पति रामू मंडल हैं, जो मजदूरी करते हैं. जेएसएलपीएस में जुड़ने से पहले उनकी आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं थी. परिवार की आजीविका मुख्य रूप से मजदूरी पर ही निर्भर थी, जिससे वार्षिक आय 60 हजार के आस-पास ही हो पाता था. इस सीमित आमदनी में बच्चों की पढ़ाई-लिखाई और परिवार का भरण-पोषण करना कठिन होता था. जून 2022 में नवीन उत्पाद सखी मंडल समूह से जुड़ने के बाद उनके परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार होने लगी. समूह से जुड़ने के बाद उन्हें बचत और ऋण की सुविधा मिली. समूह के माध्यम से उन्हें 50 हजार आर्थिक ऋण की सहायता प्राप्त हुई. जिसमें उन्होंने कुछ पैसे और जोड़कर गाय पालन, धान की खेती और सिलाई-कढ़ाई का कार्य शुरू किया. इन सभी गतिविधियों से उनकी आय में वृद्धि हुई. आज उनके पास चार गाय और एक सिलाई मशीन है. साथ ही वह एक एकड़ जमीन पर धान की खेती कर रही हैं. उन्होंने बताया कि सिलाई-कढ़ाई से उन्हें सालाना 60 हजार रूपये की आमदनी हो रही है. वहीं, दुग्ध उत्पादन, धान की खेती और मजदूरी से उनके परिवार की कुल वार्षिक आय एक लाख बारह हजार रुपये से अधिक हो जा रही है.
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