राजमहल. प्रखंड क्षेत्र के पूर्वी नारायणपुर पंचायत के अंतर्गत बेंगडुब्बी गांव में सीवरेज प्लांट बनाया गया है. इसके लिए सड़क पर 20 फीट गड्ढा करके टैंक बनाया गया है. संवेदक द्वारा टैंक बनाने में लापरवाही की गयी है. इस कारण टैंक के नीचे से पानी निकलने लगा. हालांकि लोगों को दिखायी नहीं देता था. बालू वाली मिट्टी की वजह से टैंक के बगल में बनाये जा रहे घर के अंदर मिट्टी के भीतर से पानी चला गया, जिसके कारण घर का एक हिस्सा मिट्टी में दब गया. ग्रामीण राम मंडल ने बताया कि लगभग 10 दिन पूर्व रात के 2 बजे घर में सोए हुए थे. तभी अचानक कुछ गिरने जैसी आवाज सुनने के बाद बिस्तर से उठे. इधर-उधर देखने के बाद सड़क किनारे एस्बेस्टस गिरा हुआ देखा. तभी कुछ देर के बाद घर की दीवार में दरार नजर आयी. घर के अंदर की मिट्टी नीचे बैठने लगी. बरसात का मौसम होने के कारण हम लोगों को रहने में बहुत कठिनाई हो रही है. घर में छोटा बच्चा भी है. लगभग तीन वर्षों से सीवरेज का काम चल रहा है. सड़क में हमेशा गड्ढा किया जाता रहता है. मना करने पर कंपनी के कर्मचारी बताते हैं कि यह मेरा काम है, करने दो. अभी बीच सड़क पर इतना बड़ा गड्ढा हो गया है. लोगों को आवागमन करने में असुविधा हो रही है. हालांकि इधर से एक भी गाड़ी नहीं चल रही है. इस संबंध में सीवरेज कार्य एजेंसी के साइट इंचार्ज राजेश कुमार मिश्रा ने कहा कि घटना को लेकर उच्च पदाधिकारी से बात हुई है. उन्होंने कहा है कि जांच की जाएगी कि हमारी कंपनी की गलती से घर की दीवार टूटी है या नहीं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

