बरहरवा
नगर पंचायत क्षेत्र के मेन रोड स्थित आर्य गेस्ट हाउस में रविवार को पंच कुंडीय यजुर्वेद शतकम् महायज्ञ का आयोजन आर्य समाज बरहरवा के द्वारा किया गया. इसमें गुरुकुल की आचार्या तथा 25 ब्रह्मचारिणियों ने सामूहिक रूप से वेद पाठ कर वातावरण को वैदिक मंगलध्वनि से गुंजायमान किया. यज्ञशाला में मुख्य यजमान के रूप में सत्येंद्र आर्य, ललन आर्य, ओम प्रकाश आर्य एवं शत्रुघ्न आर्य मौजूद रहे. कार्यक्रम में विद्वान वक्ताओं के रूप में प्राचार्य काशी बाबू,अंगिरा आर्य एवं अभिनव शास्त्री ने यज्ञ की महत्ता पर अपने विचार व्यक्त किये. वहीं, अपने प्रवचन में विद्वानों ने कहा कि स्वर्ग कामनाओं की पूर्ति यज्ञ से होती है. यज्ञ ही सुख, समृद्धि और भौतिक जीवन का आधार है. इस दौरान विद्वानों ने सभी आर्यजनों से आग्रह किया कि प्रत्येक व्यक्ति को नियमित रूप से यज्ञ करना चाहिये, क्योंकि यह न केवल पर्यावरण की शुद्धि करता है. कार्यक्रम में आयी छोटी-छोटी बच्चियों ने अपने मुख से ओउम् की ध्वनि उत्पन्न कर व धर्म की जय हो, मर्यादा पुरुषोतम रामचंद्र की जय, दयानंद सरस्वती की जय, भारत माता की जय, गोमाता की जय आदि का जयघोष कर कार्यक्रम में ऊर्जा का संचार किया. महायज्ञ के अंत में प्रसाद का भी वितरण किया गया.
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