साहिबगंज. सन 1951 में स्थापित साहिबगंज कॉलेज झारखंड में एक सामान्य डिग्री कॉलेज है, यहां कला, विज्ञान, वाणिज्य और कॉमर्स की पढ़ाई होती है. सिदो-कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय अंतर्गत विभिन्न कॉलेजों में एक है. विश्वविद्यालय के साथ राज्य के प्रतिष्ठित कॉलेजों में से एक है, वहां डिग्री से लेकर पीजी तक पढ़ाई होती है. वर्तमान में विद्यार्थियों की संख्या के हिसाब से टीचर की कमी है. कॉलेज में 21 विषयों के लिए शिक्षकों का स्वीकृत पद 55 हैं, जबकि रेगुलर 23 प्रोफेसर से काम चलाया जा रहा है, जबकि कांटेक्ट टीचर 15 से 20 हैं. उर्दू, संस्कृत, होम साइंस, सोशोलॉजी व भूगोल (ज्योग्रफी) में विद्यार्थी हैं पर शिक्षक नहीं है. भवन पुराना है, लाइब्रेरी व विज्ञान भवन में अनुबंध पर बहाल शिक्षक कॉलेज में योगदान दे रहे हैं, साइंस लैब की स्थिति पहले जैसा नहीं रहा, कई भवन जर्जर हो चुके हैं. यू कहे तो पहले की अपेक्षा कॉलेज की स्थिति वैसा नहीं रही, जो आज से 20 से 30 वर्ष पहले थी. साहिबगंज कॉलेज में इंटर, ग्रेजुएशन व पीजी में फिजिक्स, केमिस्ट्री, फिलासफी, मैथिली, हिंदी, पॉलिटिकल साइंस, इकोनॉमिक्स, इंग्लिश, जियोलॉजी, मैथ, बॉटनी, हिस्ट्री, फिलासफी, संथाली, उर्दू जूलॉजी, संस्कृत, साइकोलॉजी, ज्योग्रफी व होम साइंस की पढ़ाई होती हैं. इसके अलावा बीएड, बीसीए के भी कोर्स होते हैं. 2002 में कॉलेज परिसर में इग्नू केंद्र की स्थापना हुई. फिजिक्स और केमिस्ट्री में 20 की जगह मात्र दो शिक्षक हैं कार्यरत साहिबगंज. फिजिक्स में 9 में एक शिक्षक, केमिस्ट्री में 11 में एक शिक्षक, साइकोलॉजी पांच में तीन शिक्षक, मैथिली में दो में एक शिक्षक, हिंदी में 6 में एक शिक्षक, पॉलिटिकल साइंस में पांच में दो शिक्षक, इकोनॉमिक्स में छह में एक शिक्षक, इंग्लिश में आठ में दो शिक्षक, जियोलॉजी में दो में से एक शिक्षक, गणित में चार में एक शिक्षक, बॉटनी में छह में दो शिक्षक, हिस्ट्री में तीन में एक शिक्षक, फिलॉसफी में चार में चार शिक्षक, संथाली में एक में एक शिक्षक, उर्दू में 3 में 3 शिक्षक, जूलॉजी में छह में एक शिक्षक, बंगाली में तीन में 0 शिक्षक, संस्कृत में 2 में 0 शिक्षक, जबकि होम साइंस सोशलॉजी व ज्योग्राफी में शिक्षक का अभाव है. साहिबगंज कॉलेज में 8000 विद्यार्थी हैं नामांकित इंटर 11वीं व 12वीं में रेगुलर छात्र-छात्राओं की संख्या 2300 ग्रेजुएशन में प्रथम द्वितीय व तृतीय सत्र मिलाकर कुल 4000 विद्यार्थी पीजी में दोनों सत्र मिलाकर रेगुलर विद्यार्थियों की संख्या 2000 बांग्ला में ना शिक्षक है और ना ही विद्यार्थी क्या कहते हैं प्रभारी प्राचार्य फोटो नं 14 एसबीजी 29 है कैप्सन – बुधवार को प्राचार्य कॉलेज में विद्यार्थियों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. शिक्षकों की कमी है. इसे लेकर यूनिवर्सिटी भी अवगत है. फिलहाल रेगुलर व कांटेक्ट टीचर से संबंधित विषयों की पढ़ाई पूरी की जा रही है. डॉ एसआरआइ रिजवी, प्रभारी प्राचार्य, साहिबगंज कॉलेज साहिबगंज जल्द मिलेगी बीएड की मान्यता, सभी प्रक्रियाएं कर ली गयी है पूरी फोटो नं 14 एसबीजी 30 है कैप्सन – बुधवार को फायर पाईप लगाते कर्मी साहिबगंज. साहिबगंज कॉलेज में बीएड की मान्यता जल्द मिलेगी. ज्ञात हो कि दो माह पहले पांच प्रकार के कागजात की प्रक्रिया पूरी नहीं करने के कारण बीएड की मान्यता रद्द करने की अनुशंसा की गयी थी. तत्कालीन कुलपति दुमका व साहिबगंज डीसी हेमंत सती के प्रयास से प्रक्रिया लगभग पूर्ण हो चुकी है. प्राचार्य डॉ एसआरआई रिजवी व बीएड इंचार्ज डेविड यादव ने बताया कि शिक्षक के 16 पद हैं, जिसमें कम सीट में शिक्षक होने पर 6 शिक्षक ने योगदान किया है. भवन के कागजात, जमीन म्यूटेशन, जमीन की नक्शा, फायर सेफ्टी लगाने की बात कही गयी थी. इसके तहत सभी कार्य पूर्ण हो गये है. पोर्टल पर जल्द ही अपलोड किया जायेगा. इसके बाद मान्यता मिलते ही बच्चों की दिक्कत नहीं होगी.
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