साहिबगंज. राष्ट्रीय वैक्टर जनित रोग नियंत्रण पोर्टल के तहत आइआरएस द्वितीय चक्र कीटनाशी छिड़काव से संबंधित राज्य स्तरीय प्रशिक्षण-सह-बैठक का आयोजन साहिबगंज में किया गया. शुभारंभ राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ बिरेंद्र कुमार सिंह व सिविल सर्जन डॉ रामदेव पासवान ने संयुक्त रूप से किया. इस अवसर पर अतिथियों का स्वागत पौधा भेंट कर किया गया. बैठक में बताया गया कि कालाजार वैक्टर जनित रोग है, जो बालू मक्खी के काटने से फैलता है. झारखंड में यह रोग संथाल परगना के चार जिलों साहिबगंज, पाकुड़, दुमका एवं गोड्डा में अधिक पाया गया है. 10 वर्ष पूर्व यहां मरीजों की संख्या अधिक थी, लेकिन अब मामलों में उल्लेखनीय कमी आयी है. प्रशिक्षण में कालाजार, मलेरिया, फाइलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया एवं जेइ के कारण, लक्षण, बचाव व उपचार पर विस्तार से चर्चा की गयी. वक्ताओं ने 25 अगस्त से शुरू हो रहे आइआरएस कीटनाशी छिड़काव अभियान को सफल बनाने हेतु सभी विभागों की सहभागिता आवश्यक बतायी. इस दौरान राज्य स्तरीय सलाहकार, डब्ल्यूएचओ प्रतिनिधि, चिकित्सा पदाधिकारी एवं विभिन्न स्वास्थ्यकर्मी उपस्थित थे.
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