साहिबगंज. तालबन्ना में विश्वनाथ गुप्ता की निर्मम हत्या के मामले ने पूरे शहर को दहला दिया है. घटना के 48 घंटे बाद एसपी अमित कुमार सिंह के निर्देश पर जांच को उच्चस्तरीय कर दिया गया है. इसी के तहत फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) रांची की पांच सदस्यीय टीम सड़क मार्ग से साहिबगंज पहुंची. सीधे घटनास्थल पर पहुंचकर जांच शुरू की. फॉरेंसिक विशेषज्ञों के साथ नगर थाना प्रभारी अमित कुमार गुप्ता, मुफस्सिल थाना प्रभारी अनिश पांडे तथा जिरवाबाड़ी थाना प्रभारी भी मौजूद थे. टीम ने सबसे पहले मुख्य दरवाजे की मापी की और फिर दूसरी मंजिल पर उस कमरे में प्रवेश किया, जहां विश्वनाथ का शव मिला था. कमरे में खून के धब्बों, पैरों के निशानों, बिखरी वस्तुओं और धक्का-मुक्की के स्पष्ट संकेतों की बारीकी से जांच की गयी. फोटोग्राफर ने हर कोण से तस्वीरें लीं, जबकि विशेषज्ञों ने खून के नमूने, दरवाजों-खिड़कियों के फिंगरप्रिंट, बाल, कपड़ों के तंतु, मिट्टी एवं धूल जैसे महत्वपूर्ण सैंपल जुटाये. करीब पांच घंटे तक एफएसएल टीम ने पूरे कमरे और मकान के कुछ हिस्सों की पड़ताल की. फिर सैंपल लेकर प्रयोगशाला रवाना हो गयी. इधर, पुलिस लगातार कई लोगों से पूछताछ कर रही है. सूत्रों के अनुसार युवक का डिटेल निकालने के बाद पुलिस ने बिहार के भागलपुर में छापेमारी की. हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. युवक विश्वनाथ का करीबी बताया जा रहा है. उसके पिता तथा महिला से भी पूछताछ की जानकारी सामने आयी है, हालांकि पुलिस आधिकारिक रूप से कुछ भी कहने से इंकार कर रही है. गौरतलब है कि मंगलवार सुबह विश्वनाथ का शव उनके मकान में बंधे हाथ-पांव और मुंह पर टेप के साथ मिला था. कमरे की अलमारी और अटैची पूरी तरह खंगाली थी. इससे स्पष्ट है कि हत्यारे किसी विशेष वस्तु की तलाश में थे. लूट या पुरानी रंजिश पुलिस हर पहलू से जांच कर रही है. परिजनों के पहुंचने के बाद गुरुवार सुबह मुन्नीलाल श्मशान घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया, जहां माहौल गमगीन रहा.
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