साहिबगंज. लोक आस्था के महापर्व चैती छठ के तीसरे दिन गुरुवार को व्रती शाम को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित करेंगे. शहर के गोपालपुल छठ घाट, शकुंतला सहाय गंगा घाट, मुक्तेश्वरधाम और बिजली सीढ़ी घाट जैसी स्थानों की स्थिति ठीक है. ये घाट साफ-सुथरे हैं और पानी का स्तर भी कम है, जिससे व्रतियों को अर्घ्य देने में कोई कठिनाई नहीं होगी. हालांकि संत जेवियर्स स्कूल के पीछे नमामी गंगे घाट के पास कुछ स्थानों पर पानी, कीचड़ और दलदल है, लेकिन समिति सदस्यों ने सफाई का कार्य पूरा कर दिया है. चैती छठ के दूसरे दिन, बुधवार को व्रतियों ने नियम और निष्ठा के साथ खरना का प्रसाद ग्रहण किया. शकुंतला सहाय गंगा घाट, मुक्तेश्वरधाम, बिजली सीढ़ी घाट, कबूतर खोपी, चानन घाट और गोपालपुर घाट जैसे विभिन्न गंगा तटों पर जाकर आस्था की डुबकी लगाई और जल भरकर घर लौटे. वहां आम की लकड़ी पर मिट्टी के चूल्हे में प्रसाद तैयार किया गया. व्रतियों ने खीर, पूरी और सुहाड़ी बनाकर पूजा की और प्रसाद ग्रहण किया. इसके साथ ही व्रतियों ने 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू कर दिया. पहले अर्घ्य के लिए व्रतियों ने गेहूं और चावल को गंगाजल से धोकर सुखाया और उनसे ठेकुआ और कसार तैयार किया.
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