प्रतिनिधि, साहिबगंज: साहिबगंज नगर परिषद क्षेत्र में फल, सब्जी, मांस, मछली, मुर्गा, गन्ना जूस व फुटपाथ दुकानदारों से निर्धारित दर से अधिक बट्टी वसूली और दो-दो बार बट्टी लेने का मामला लगातार गरमाता जा रहा है. स्थिति यह हो गई है कि गोराबाड़ी हटिया सहित कई स्थानों पर मिट, मछली व मुर्गा दुकानदारों से अस्थायी दुकानदार बताकर जबरन बट्टी वसूलने की शिकायत नगर परिषद तक पहुंच चुकी है. अब बट्टी वसूलने वाले लेसी (ठेकेदार) के कर्मियों द्वारा दुकानदारों से जबरदस्ती वसूली की जा रही है. दुकानदारों का आरोप है कि बट्टी नहीं देने पर दुकान का सामान गिरा दिया जाता है और हटाने की धमकी दी जाती है. मंगलवार को आक्रोशित होकर शहर के गन्ना जूस बेचने वाले दुकानदार व अन्य फुटपाथ दुकानदारों ने नगर परिषद परिसर के मुख्य द्वार पर अपने वाहन खड़े कर जाम लगा दिया और घेराव किया. उन्होंने नगर परिषद प्रशासक के वाहन को परिसर में प्रवेश करने से रोक दिया. इसके बाद उन्होंने नगर परिषद प्रशासक से मिलकर ज्ञापन सौंपा और नगर थाना प्रभारी को भी शिकायत दी. प्रदर्शन के बाद दुकानदारों ने उपायुक्त से जनता दरबार में मिलकर अपनी समस्या साझा की और ज्ञापन सौंपा. दुकानदारों ने बताया कि पूर्व में भी वे निर्धारित दर से अधिक बट्टी वसूली को लेकर उपायुक्त को ज्ञापन सौंप चुके हैं लेकिन कार्रवाई नहीं हुई. दुकानदारों ने आरोप लगाया कि जब से अस्थायी दुकानों का बंदोबस्ती हुआ है, तब से लेसी कर्मियों द्वारा डराकर, धमकाकर दिन में दो बार 30-30 रुपये की बट्टी वसूली की जा रही है. एक गन्ना जूस विक्रेता ने कहा कि हम सुबह 3 बजे गन्ना लाने के लिए खेत जाते हैं, फिर दिन भर मेहनत कर कुछ कमाते हैं, लेकिन यदि 60 रुपये सिर्फ बट्टी में चले जाएं तो हमारे लिए क्या बचेगा? कई बार नगर परिषद में आवेदन देने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई, इसलिए मजबूरी में उपायुक्त से मिलना पड़ा. उपायुक्त ने दुकानदारों को आश्वासन दिया कि जल्द ही फल, सब्जी, मांस, मछली व अस्थायी दुकानों की बट्टी वसूली की समस्या का समाधान किया जाएगा. नगर परिषद प्रशासक अभिषेक कुमार सिंह ने भी लेसी को तलब कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं. प्रशासक द्वारा यह भी बताया गया कि किस दुकानदार से कितनी बट्टी ली जानी है, इसका स्पष्ट सूची तैयार की जा रही है. रेेट चार्ट और बैनर अब तक नहीं लगाए गए पिछले दिनों फल और सब्जी विक्रेताओं ने निर्धारित दर से अधिक बट्टी वसूली के खिलाफ उपायुक्त को बट्टी पर्ची सहित ज्ञापन सौंपा था. इस पर उपायुक्त ने नगर परिषद प्रशासक को निर्देश दिया था कि जगह-जगह बट्टी दर का रेट चार्ट और बैनर-पोस्टर लगाए जाएं. लेकिन अब तक शहर में किसी भी स्थान पर रेट चार्ट या बैनर-पोस्टर नहीं लगाए गए हैं. दुकानदारों का आरोप है कि लेसी अभी भी नगर परिषद की निर्धारित दर से अधिक राशि वसूल रहा है. बट्टी पर्ची में भी दर अंकित नहीं है, बल्कि लेसी के कर्मी मनमानी दर हाथ से लिखकर वसूली कर रहे हैं. एक-एक टोकरी, कैरेट और बोरे पर अलग-अलग बट्टी ली जा रही है. मौके पर उपस्थित दुकानदारों में उपेंद्र मंडल, अंकित कुमार, जच्छू मंडल, संजय यादव, सिकंदर ठाकुर, मनोज मंडल, जुगेश यादव, अंगद कुमार, पंचदेव मंडल समेत कई अन्य शामिल थे.
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