India Sends Life Saving Aid To Afghanistan: अफगानिस्तान इस समय मुश्किल दौर से गुजर रहा है कभी भूकंप, कभी दवाइयों की कमी, और ऊपर से कमजोर होती अर्थव्यवस्था. ऐसे हालात में भारत लगातार उसकी मदद कर रहा है. भारत की यह सक्रिय मानवीय भूमिका देखकर पाकिस्तान को जरूर असहजता महसूस होगी, क्योंकि काबुल में भारत की बढ़ती मौजूदगी उसे हमेशा खटकती रही है. दवाइयों से लेकर खाद्यान्न और वैक्सीन तक, भारत अफगान लोगों का साथ नहीं छोड़ रहा. विदेश मंत्रालय भी लगातार यह बता रहा है कि भारत की यह मदद मानवीय आधार पर है और आगे भी जारी रहेगी. भारत ने अफगानिस्तान को इन्फ्लुएंजा और मेनिन्जाइटिस की 63,734 डोज भेजी हैं. MEA के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने X पर लिखा कि भारत अफगानिस्तान के सार्वजनिक स्वास्थ्य को मजबूत करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहरा रहा है. यह वैक्सीन काबुल पहुंचाकर वहां की तात्कालिक जरूरतों को पूरा करने में मदद की गई है.
73 टन जीवनरक्षक मेडिकल सामग्री भी पहुंचाई गई
पिछले हफ्ते भारत ने 73 टन जीवनरक्षक दवाइयां, वैक्सीन और जरूरी सप्लीमेंट काबुल पहुंचाए. रंधीर जायसवाल ने कहा कि यह सामान अफगानिस्तान की तात्कालिक मेडिकल जरूरतों को पूरा करने के लिए भेजा गया है. भारत ने यह भी साफ किया कि अफगान लोगों के लिए उसका समर्थन जारी है और किसी भी संकट में मदद दी जाती रहेगी. 3 नवंबर को भारत ने भूकंप प्रभावित परिवारों के लिए खाद्यान्न भेजा. MEA ने बताया कि भारत अफगान लोगों के साथ खड़ा है और राहत सामग्री भेजकर अपनी भूमिका निभा रहा है. रंधीर जायसवाल ने X पर तस्वीरें साझा करते हुए लिखा कि यह मदद उन परिवारों के लिए है जो भूकंप से प्रभावित हुए हैं.
India Sends Life Saving Aid To Afghanistan: जयशंकर और मुत्ताकी के बीच बातचीत
उत्तरी अफगानिस्तान में आए 6.3 तीव्रता वाले भूकंप में कम से कम 20 लोगों की मौत और 300 से ज्यादा लोग घायल हुए. इसी बीच भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अफगानिस्तान के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी से बात की और भूकंप में जानमाल के नुकसान पर दुख जताया. जयशंकर ने X पर लिखा कि भारतीय राहत सामग्री सौंप दी गई है और आगे और दवाइयां भेजी जाएंगी. उन्होंने यह भी कहा कि दोनों देशों के रिश्तों में जो प्रगति हुई है, उस पर भी बातचीत हुई. लोग-से-लोग संपर्क बढ़ने को उन्होंने सकारात्मक बताया.
पहला मददगार और भरोसेमंद साथी
भूकंप के बाद की तस्वीरें दिखाती हैं कि अफगानिस्तान की व्यवस्था कितनी कमजोर है. ऐसे में भारत की ओर से लगातार भेजी जा रही राहत सामग्री, खाद्यान्न और वैक्सीन वहां की बड़ी जरूरत को पूरा कर रही है. दवाइयां हों या भोजन, या फिर कूटनीतिक बातचीत भारत हर जगह अपनी मौजूदगी दिखा रहा है. अफगानिस्तान में हालात भले मुश्किल हों, लेकिन भारत की मानवीय मदद अभी रुकी नहीं है और आगे भी जारी रहने की उम्मीद है.
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