साहिबगंज : साहिबगंज जिला मुख्यालय के संवेदकों ने जिला परिषद व एनआरइपी के द्वारा निकाले गये निविदा में घोर अनियमितता का आरोप लगाते हुए प्रभारी मंत्री साइमन मरांडी को ज्ञापन सौंपा.
इसमें अमर सिंह, श्याम सुंदर पोद्दार, उमाशंकर, अभिषेक कुमार, मंटा मंडल, घोनु मंडल, लाली आदि संवेदकों ने निविदा को रद्द करने की मांग की है.
ज्ञापन की मुख्य बातें
ज्ञापन में कहा गया कि 19 अक्तूबर को निविदा आमंत्रित किया गया. इसमें चतुर्थ श्रेणी पंजीकृत संवेदकों के साथ अनियमितता कर तृतीय श्रेणी पंजीकृत संवेदकों को लाभ देने हेतु पद व पावर का दुरुपयोग किया गया है.
10 लाख रुपये के अंतर्गत आमंत्रित निविदा में चतुर्थ श्रेणी का पंजीकृत संवेदक ही हिस्सा ले सकते है. जबकि 10 लाख रुपये से ऊपर के निविदा में तृतीय श्रेणी का पंजीकृत संवेदक ही हिस्सा ले सकते है. वहीं एक आंगनबाड़ी बनाने हेतु प्रशासनिक स्वीकृति 6,17,000 रुपये में किया गया.
जबकि साहिबगंज जिला परिषद अंतर्गत 30 आंगनबाड़ी केंद्र बनाने हेतु प्रशासनिक स्वीकृति की गयी है. साथ ही साहिबगंज एनआरपी विभाग को भी 30 आंगनबाड़ी बनाने हेतु प्रशासनिक स्वीकृति दी गयी है. यदि पद का सही रूप से इस्तेमाल होता तो, चतुर्थ श्रेणी के 60 संवेदकों को लाभ प्राप्त होता.
लेकिन पदाधिकारी द्वारा तृतीय श्रेणी के पंजीकृत संवेदको को लाभान्वित करने हेतु चार जगह के चार योजना को मिलाकर 24,70,000 रुपये का एक ग्रुप बना कर निविदा आमंत्रित किया गया. यह जिले के बेरोजगारों के साथ सौतेला व्यवहार है.
मंत्री ने डीसी को दिया संशोधन का निर्देश
साइमन मरांडी ने डीसी को निविदा में शुद्धि कर इस बार से ही नियम में संशोधन करने का निर्देश दिया. देर शाम आदेश का पालन होकर शुद्धि पत्र निकाला गया. मौके पर डीसी ए मुथू कुमार, एसपी ए बी राम, झामुमो जिलाध्यक्ष एमटीराजा, सचिव पंकज मिश्र उपस्थित थे.