उधवा : प्रखंड में फर्जीवाड़ा कर जमीन म्यूटेशन करने और इसकी खरीद-ब्रिकी करने का खेल रुकने का नाम नहीं ले रहा है. राजस्व कर्मी को नजराना देने वाले कथित बिचौलिए दिन-दुगुनी रात चौगुनी तरक्की कर रहे हैं. अंचल कर्मियों की मिलीभगत से माफिया और बिचौलिये जमीन की खरीद-फरोख्न्त का गोरखधंधा चलाते हैं. एेसा ही एक मामला उजागर हुआ है. जिसमें बिना किसी जांच-पड़ताल किये अंचल कर्मी ने एक मृत व्यक्ति के नाम पर जमीन का म्यूटेशन कर दिया.
राजमहल अंचल के जमीन को उधवा अंचल क्षेत्र के सरफराजगंज का दर्शाकर फर्जी तरीके से म्यूटेशन किया गया. जानकारी के मुताबिक राजमहल अंचल क्षेत्र के फतेहजंगपुर मौजा के दाग नंबर 74 में कुल रकवा 12 बीघा 13 कट्ठा 11 धुर जमीन के दस्तावेज में हेराफेरी कर उधवा अंचल क्षेत्र के सरफराजगंज के तन्नु शेख के नाम से दर्शाते हुए राजस्व कर्मचारी दुखहरण दास ने म्यूटेशन दस्तावेज तैयार कर अंचल कार्यालय उधवा से नामांतरण संख्या 1015 दिनांक 15 नवंबर 2014 में किया है.
जिसे लेकर वास्तविक जमीन के मालिक ने राधानगर थाना में कांड संख्या 294/15 दर्ज कराया था तथा भूमि सुधार उपसमाहर्ता राजमहल में नामांतरण को निरस्त करने के लिए आवेदन किया. जिस पर भूमि सुधार उप समाहर्ता ने अंचल अधिकारी व राजस्व कर्मचारी से जांच रिपोर्ट के आधार पर दिनांक 25 मई 2017 को उक्त म्यूटेशन को निरस्त कर दिया. इस संबंध में अंचलाधिकारी अंगारनाथ स्वर्णकार ने कहा कि किसी भी हाल में ऑफ लाइन म्यूटेशन नहीं करने की हिदायत राजस्व कर्मचारी को दी गयी है. साथ ही जमीन के 16 अनारैयतों को भी म्यूटेशन की सूचना दी जाये.