रांची. बहुबाजार स्थित संत पॉल्स कैथेड्रल में गुड फ्राइडे की विशेष आराधना में बड़ी संख्या में विश्वासी शामिल हुए. विश्वासियों ने क्रूस पर से उच्चारे गये प्रभु की सात क्रूस वाणियों पर मनन किया. आराधना की भूमिका, सात क्रूस वाणियों की भूमिका का निर्वहन पेरिश प्रिस्ट रेव्ह एस डेविड ने किया. उन्होंने कहा कि गुड फ्राइडे दुख का नहीं, बल्कि प्रेम, बलिदान और विजय का दिन है.
सात कारण हैं, जिसकी वजह से आज के दिन को गुड फ्राइडे कहा जाता है
रेव्ह डेविड ने कहा कि सात कारण हैं, जिसकी वजह से आज के दिन को गुड फ्राइडे कहा जाता है. इसमें पहला है इस दिन मानव जाति के पापों का प्रायश्चित हुआ. यीशु ने हमारे सारे पापों का मूल्य चुकाकर हमारे पापों का प्रायश्चित किया. दूसरा कारण है आज का दिन विश्वासियों के लिए उद्धार का द्वार खुला. तीसरा, गुड फ्राइडे की घटना यीशु के प्रेम का सबसे बड़ा उदाहरण है. चौथा कारण है यीशु ने परमेश्वर और मानव जाति के बीच की दूरी को मिटाया. पांचवां कारण है चंगाई अर्थात यीशु के चोटों, उसके घावों की वजह से हम चंगे हुए. छठा कारण है न्याय और दया का मेल. क्रूस पर परमेश्वर का न्याय यीशु पर हुआ और हम पर दया प्राप्त हुई. सातवां कारण नया जीवन है. इसका अर्थ है मसीह में हम नया जीवन का अवसर मिलता है. आराधना के दौरान रेव्ह एस डेविड को रेव्ह अनिल डाहंगा, रेव्ह सामुएल भुइंया, रेव्ह जस्टिन भुइंया, रेव्ह यूजे सांगा, रेव्ह विकास कुजूर, रेव्ह जोन भेंगरा, रेव्ह ग्लोरिया डाहंगा और डीकन एसएस मुर्मू ने सहयोग किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है