रांची. विश्व हिंदू परिषद झारखंड प्रांत कार्यसमिति की तीन दिवसीय प्रांत बैठक मारवाड़ी धर्मशाला, रामगढ़ में रविवार को शुरू हुई. विहिप के केंद्रीय मंत्री अंबरीष ने कहा कि महाकुंभ मेला समरसता के महापर्व के रूप में दिखा. इस महाकुंभ में विराट हिंदू समाज का पुनर्निर्माण हुआ है. हमलोग एक हैं, इसलिए हमारी परंपरा एक है. हमारे देवी-देवता एक हैं. हम सब एक समान हैं. जब जन्म के आधार पर कोई बड़ा और छोटा हो गया, तो हम गुलाम हो गये. इस गुलामी में अपने बहुत सारे विचारों के लोग समाप्त हो गये. लेकिन गंगा स्नान, कुंभ मेला, मंदिर व हमारे कर्मकांड बंद नहीं हुए. संत-महंतों की यात्रा प्रारंभ रही. शक्ति पीठ और चार धाम यात्रा चलती रही. जो लोग इस यात्रा में शामिल नहीं हो रहे हैं, उन्हें इसमें शामिल होना चाहिए. श्री अंबरीष ने कहा कि धर्म बचाने के लिए यह यात्रा बहुत जरूरी है. आज कई जगह धर्मांतरण हो रहे हैं. समाज को फिर से छोटे-छोटे टुकड़ों में बांटा जा रहा है. उन्होंने धर्मांतरण, लव जिहाद, घुसपैठ, लैंड जिहाद पर चिंता व्यतीत की. बैठक में सभी जिलों में पिछले छह माह में किये गये कार्यों की समीक्षा की जायेगी.
ये थे उपस्थित
बैठक में क्षेत्रीय मंत्री वीरेंद्र विमल, बीरेंद्र साहू, प्रांत अध्यक्ष चंद्रकांत रायपत, प्रांत कार्यकारी अध्यक्ष तिलक राज मंगलम, गंगा प्रसाद यादव, राजेंद्र मुंडा, मिथिलेश्वर मिश्र, देवी सिंह, मनोज पोद्दार, रंगनाथ महतो, कृष्ण चैतन्य ब्रह्मचारी, देवेंद्र गुप्ता, मनोज पांडेय, कमलेश सिंह, दीपक ठाकुर, प्रकाश रंजन, संजय चौरसिया, सच्चिदानंद, रंजन कुमार सिंह, कीर्ति गौरव और रामनरेश सिंह आदि उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है