दशलक्षण पर्व का समापन रांची. दशलक्षण पर्व का सोमवार को विधिवत समापन हो गया. इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने भगवान की पूजा-अर्चना की और एक-दूसरे से क्षमा याचना कर क्षमावाणी पर्व मनाया. ज्ञात हो कि यह पर्व 28 अगस्त से शुरू हुआ था. श्री दिगंबर जैन मंदिर, अपर बाजार में सुबह श्री जी का प्रथम अभिषेक और शांतिधारा का आयोजन हुआ. इस अवसर का सौभाग्य राजेंद्र कुमार और संजय कुमार बड़जात्या परिवार को मिला. पूजन के बाद सभी श्रावकों ने एक-दूसरे से क्षमा मांगकर क्षमावाणी पर्व का उल्लासपूर्वक आयोजन किया. श्रावकों ने अपने से बड़ों का पैर छूकर आशीर्वाद लिया और जाने-अनजाने में हुई भूल-चूक के लिए क्षमा याचना की. मौके पर विद्वत अंकित शास्त्री का सामाजिक अभिनंदन भी किया गया. क्षमावाणी पूजन से पूर्व रत्नत्रय व सोलहकारण व्रतधारियों को सम्मानित किया गया. इस वर्ष 17 श्रद्धालुओं ने रत्नत्रय व्रत और तीन श्रद्धालुओं ने सोलहकारण व्रत धारण किया. समापन अवसर पर प्रबंध समिति के अध्यक्ष प्रदीप बाकलीवाल, उपाध्यक्ष संजय छाबड़ा, मंत्री जितेंद्र छाबड़ा, सह मंत्री मनोज काला, कोषाध्यक्ष प्रमोद झांझरी, पूरणमल सेठी, छीतरमल गंगवाल, उम्मेदमल काला, कैलाशचंद बड़जात्या, कमल विनायक्या, अजीत काला, चेतन पाटनी, विनीता सेठी, मोनिका ठोल्या, मीडिया प्रभारी राकेश काशलीवाल सहित बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविकाएं मौजूद थीं.
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