(दीक्षांत समारोह)
शिक्षा की गुणवत्ता से महान बनते हैं विश्वविद्यालय : वी नारायणन
बीआइटी मेसरा : यूजी, पीजी, पीएचडी व डिप्लोमा के 2589 विद्यार्थियों को मिली डिग्री, 16 विद्यार्थियों को मिला गोल्ड मेडल
इसरो के चेयरमैन ने गिनाईं भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन की उपलब्धियां
लाइफ रिपोर्टर @ रांची
बीआइटी मेसरा में बुधवार को उत्साह और उमंग के साथ 35वें दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया. इसमें विभिन्न प्रोग्राम के 16 टॉपरों को गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया गया. वहीं, बीआइटी मेसरा के मुख्य कैंपस के साथ-साथ अन्य ऑफ कैंपस देवघर, पटना, नोयडा, जयपुर के विद्यार्थियों को डिग्री देकर सम्मानित किया गया. मुख्य अतिथि इसरो के चेयरमैन वी नारायणन, चांसलर सीके बिरला, वीसी इंद्रनील मन्ना उपस्थित थे. इसरो के चेयरमैन वी नारायणन ने कहा कि कोई भी विश्वविद्यालय केवल अपने पुराने होने या छात्रों की संख्या से महान नहीं बनते, बल्कि शिक्षा की गुणवत्ता से महान बनते हैं, जो वे प्रदान करते हैं. यह संस्थान वर्षों से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर रहा है. दीक्षांत समारोह आपके लिए पीछे मुड़कर देखने, उन सभी नेक लोगों को याद करने और धन्यवाद देने का अवसर है, जिन्होंने आपको इस स्तर तक पहुंचने में मदद की है. आप भी समाज और देश के विकास में अपना योगदान दें. उन्होंने कहा कि इंडियन स्पेस प्रोग्राम की शुरुआत वर्ष 1962 में हुई थी. हमने एक लंबा सफर तय किया है. हमने 4000 से अधिक साउंडिंग रॉकेट लांच किये हैं. हमने अब तक 34 देशों के 433 उपग्रहों को भारतीय रॉकेटों के उपयोग से ऑर्बिट में स्थापित किये हैं. चंद्रयान-1 से हम वाटर मॉलिक्यूल खोज कर पाए. चंद्रयान-2 से हमने चंद्रमा की कक्षा में एक कैमरा स्थापित किया है. यह भारतीय कैमरा है. सबसे अच्छा कैमरा है. चंद्रयान-3 में हमने सफलता प्राप्त की. साउथ पोल के निकट सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला विश्व का पहला देश बने. चांसलर सीके बिरला ने सभी विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि अब आपके व्यावसायिक जीवन का एक नया अध्याय प्रारंभ हो रहा है. यह आपके परिवारों के त्याग, आपके शिक्षकों के मार्गदर्श, गुरुओं की प्रेरणा का भी परिणाम है.बीआइटी मेसरा कैंपस से कुल 1949 विद्यार्थियों को मिली डिग्री
दीक्षांत समारोह में डिप्लोमा, यूजी, पीजी, पीएचडी के कुल 2589 विद्यार्थियों को डिग्री दी गयी. इसमें यूजी के 1716 विद्यार्थी, पीजी के 657 विद्यार्थी, पीएचडी के 91 और डिप्लोमा के 125 विद्यार्थी हैं. इसमें बीआइटी मेसरा कैंपस से कुल 1949 विद्यार्थियों को डिग्री दी गयी. इसमें यूजी के 1184, पीजी के 555, पीएचडी में 85 और डिप्लोमा के 125 विद्यार्थी शामिल रहे.
बीटेक में 70 प्रतिशत से ज्यादा का प्लेसमेंट
वीसी प्रो इंद्रानील मन्ना ने एनुअल रिपोर्ट प्रस्तुत किया. उन्होंने बताया कि संस्थान की ओर से इनोवेशन व रिसर्च के क्षेत्र में विशेष ध्यान दिया जाता रहा है. वर्ष 2021 से जुलाई 2025 के बीच विभिन्न प्रमुख फंडिंग एजेंसियों से 67 करोड़ रुपये से अधिक के 250 से अधिक प्रोजेक्ट प्राप्त किए. वर्तमान वित्तीय वर्ष में संस्थान ने सरकारी एजेंसियों से 3.33 करोड़ रुपये की राशि के साथ 20 नये प्रोजेक्ट हासिल किए. वर्तमान में बीआइटी मेसरा में 184 प्रोजेक्ट चल रहे हैं. कुल फंडिंग 67.08 करोड़ रुपये है. संस्थान ने पिछले वर्ष 115 पेटेंट फाइल, प्रकाशित या प्राप्त किए हैं. वर्ष 2024-25 का प्लेसमेंट भी उत्साहजनक रहा. बीटेक में 70 प्रतिशत से ज्यादा का प्लेसमेंट प्राप्त हुआ है. इसमें 1.44 करोड़ रुपये का हाइएस्ट पैकेज प्राप्त हुआ है.
इन्हें मिला गोल्ड मेडल
– बैचलर ऑफ आर्किटेक्चर-स्वर्णिम किरण- बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी (बायोटेक्नोलॉजी)-चिनमय अजीत पटाडे– बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी (केमिकल इंजीनियरिंग)-सौवनिक घोष
– बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी (सिविल इंजीनियरिंग)- ध्रुव चौधरी– बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी (कंप्यूटर साइंस)- कुणाल हिरावत
– बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी (इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग)-सौरभ कुमार– बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी (इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग)-मोहम्मद जमशेद
– बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी (इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी)-आदर्श रंजन- बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी (मैकेनिकल इंजीनियरिंग)-बिपुल कुमार आर्यन- बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी (प्रोडक्शन एंड इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग)-प्रज्ञान शर्मा- बैचलर ऑफ होटल मैनेजमेंट एंड कैटरिंग टेक्नोलॉजी-रोहित मुंडा– बैचलर ऑफ फार्मेसी-आयुष अनंत
– बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन- निहाल वर्मा– बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन्स-राधिका दीवान- बैचलर ऑफ साइंस (एनिमेशन एंड मल्टीमीडिया)-अदिति प्रसाद- बैचलर ऑफ साइंस (मेडिकल लैब. टेक्नोलॉजी)-संगम कुमार पांडे
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