रांची. केंद्रीय मन:चिकित्सा संस्थान (सीआइपी) में मंगलवार की दोपहर उस समय अजीबोगरीब स्थिति उत्पन्न हो गयी, जब संस्थान में कार्यरत 150 सुरक्षा गार्ड संरक्षक अब्दुल खालिद व पवन कुमार के नेतृत्व में यूनियन के गठन की जानकारी तथा मांगों का ज्ञापन देने निदेशक डॉ बीके चौधरी के कार्यालय कक्ष में पहुंचे. वहां मौजूद पूर्व निदेशक व वर्तमान में सीएमओ डॉ तरुण कुमार ने ज्ञापन लेने से इनकार कर दिया व यूनियन के गठन पर विरोध जताया. इस पर महिला सुरक्षा गार्ड व डॉ तरुण कुमार के बीच बकझक हुई. जिसके बाद स्थिति धक्कामुक्की तक पहुंच गयी. अब्दुल खालिद व पवन कुमार ने बीच बचाव कर मामला संभाला. इसके बाद सभी गार्ड बाहर निकले व घटना के विरोध में नारेबाजी करते हुए काम बंद कर दिया. वहीं महिला सुरक्षा गार्डों ने सीएमओ पर दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया. बाद में स्थिति बिगड़ती देख डॉ तरुण कुमार चेंबर से बाहर निकले और घटना पर माफी मांगी. इसके बाद सुरक्षा गार्ड काम पर लौट आये.
तीन माह से नहीं मिला है वेतन
अब्दुल खालिद ने बताया कि संस्थान में कार्यरत सुरक्षा गार्डों को तीन माह से वेतन नहीं मिला है. साथ ही सीआइपी प्रशासन आइएसआइ एजेंसी के सुरक्षा गार्ड की जगह होमगार्ड को रखना चाह रहा है. अपना भविष्य अंधकारमय होता देख सभी गार्ड निदेशक से ऐसा नहीं करने की मांग कर रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है