मनोज लाल, रांची.
झारखंड में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना, आरसीपीएलडब्ल्यूइए व प्रधानमंत्री जन मन योजना का काम इंजीनियरों की कमी के कारण प्रभावित हो रहा है. फिलहाल राज्य में तीनों योजनाओं को मिला कर 2000 करोड़ से अधिक की योजनाओं (2238 किमी सड़क) पर काम चल रहा है. अगले कुछ माह में योजनाएं बढ़कर करीब 3700 करोड़ रुपये की हो जायेंगी. इनका क्रियान्वयन 25 प्रमंडलों के माध्यम से हो रहा है, लेकिन यहां इंजीनियर घट कर आधे से भी कम हो गये हैं. योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए झारखंड स्टेट रूरल रोड डेवलपमेंट अथॉरिटी ने 50 सहायक अभियंता व 150 कनीय अभियंताओं को संविदा पर रखा था. अब ये 200 से घट कर 80 रह गये हैं. करीब 20 सहायक अभियंता व 60 कनीय अभियंता ही बचे हैं. कुल 25 प्रमंडलों के लिए एक-एक सहायक अभियंता भी नहीं हैं. ऐसे में ग्रामीण कार्य विभाग के सहायक अभियंता से काम लिया जा रहा है.इस तरह कम होते गये इंजीनियर
संविदा पर रखे गये 200 इंजीनियरों में से करीब 100 इंजीनियरों की नौकरी दूसरी जगह लग गयी. इसमें बड़ी संख्या में इंजीनियरों की बहाली बिहार सरकार में हो गयी. वहीं, कुछ इंजीनियर सेवानिवृत्त हो गये, जबकि करीब पांच की मृत्यु हो गयी.
700 करोड़ की योजना अभी मिली है
चालू योजनाओं के अलावा 700 करोड़ की और योजनाएं मिली हैं. पीएम जन मन योजना के तहत 780 किमी की 259 सड़क योजनाएं राज्य को मिली हैं. वहीं, पहले से 2000 करोड़ की योजनाएं चल रही हैं. इस तरह काम बढ़ कर 2700 करोड़ का हो जायेगा.
अभी 1000 करोड़ की और मिलनी है योजना
अभी पीएम जनमन योजना से 425 किमी की 220 सड़क के साथ ही 160 पुल योजनाओं की स्वीकृति होनी है. करीब 1000 करोड़ की योजना जल्द ही मिलनेवाली है. ऐसे में चालू योजनाएं 3700 करोड़ की हो जायेंगी.
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