फोटो, रैयतों से बातचीत करते कांके विधायक सुरेश बैठा व सरना समिति अध्यक्ष रंजीत टोप्पो.
प्रतिनिधि, कांके.
राज्य सरकार की प्रस्तावित रिम्स-टू कांके के नगड़ी मौजा में 207 एकड़ जमीन पर पीलर गाड़ने का काम शुरु होते ही कुछ ग्रामीणों का विरोध शुरू हो गया. वहीं कुछ ग्रामीण रैयत चाहते हैं कि रिम्स नगड़ी में ही बने. विरोध की सूचना मिलने पर विधायक सुरेश बैठा रैयतों से मिले. ग्रामीणों ने विधायक से कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से वार्ता के बाद ही कोई फैसला लिया जायेगा. विधायक ने सीएम के निजी सचिव सुनील श्रीवास्तव से फोन पर बात कर मिलने का समय मांगा. विधायक ने ग्रामीणों को समझाते हुए कहा कि रिम्स-टू राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना योजना है. इसके निर्माण से क्षेत्र का विकास होगा. लोगों को रोजगार भी मिलेगा. जल्द ही मुख्यमंत्री का समय लेकर एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात कराया जायेगा. वहीं नगड़ी निवासी और कांके सरना समिति के अध्यक्ष रंजीत टोप्पो ने कहा कि ग्रामीणों को जमीन का मुआवजा और नौकरी मिलना चाहिए. 2012 से पहले हम ग्रामीणों के नाम से जमीन की रसीद कटती आ रही थी. इधर कांके सीओ जय कुमार राम ने सभी ग्रामीणों से अपने जमीन से संबंधित कागजात अंचल कार्यालय में पेश करने को कहा है. जिससे सही रैयतों को चिह्नित कर मुआवजा दिया जा सके.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है