रांची. आदर्श दुर्गापूजा समिति, टंकी साइट द्वारा इस वर्ष सोमनाथ मंदिर का प्रारूप तैयार किया गया है. पंडाल के ऊपर भव्य शिवलिंग बनाया गया है. समिति के अध्यक्ष भोला झा ने बताया कि यहां पूजा वर्ष 1967 से हो रही है. पंडाल के निर्माण में बांस के सूप और टोकरी का इस्तेमाल किया गया है. मुख्य आकर्षण 108 दीपों के साथ महिलाओं द्वारा की जाने वाली आरती होगी. पंडाल का उद्घाटन शुक्रवार को होगा. महाअष्टमी और नवमी को महाभोग का वितरण किया जायेगा. बजट करीब 15 लाख रुपये का है.
ग्रामीण परिवेश की झलक दिखेगी पंचवटी दुर्गापूजा पंडाल में
पंचवटी दुर्गापूजा समिति, टंकी साइट में इस बार ग्रामीण परिवेश पर आधारित पंडाल का निर्माण किया गया है. समिति के अध्यक्ष रमेश सिंह ने बताया कि यहां पूजा वर्ष 1976 से हो रही है. पंडाल का निर्माण बांस, तार के पत्ते और पुआल से किया गया है. बच्चों के लिए झूले और खाने-पीने के स्टॉल लगाये गये हैं. पंडाल का उद्घाटन षष्ठी को होगा. अष्टमी और नवमी को महाभोग का वितरण किया जायेगा. बजट करीब आठ लाख रुपये का है.
सार्वजनिक बंगाली दुर्गापूजा कल्याण समिति में पारंपरिक पूजा
सर्वाजनिक बंगाली दुर्गापूजा कल्याण समिति द्वारा काल्पनिक पंडाल का निर्माण किया गया है. समिति के अध्यक्ष सानू कुमार ने बताया कि यहां पारंपरिक पूजा होती है. पूजा पिछले 65 वर्षों से हो रही है. बच्चों और महिलाओं के लिए विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम और प्रतियोगिता का आयोजन किया जायेगा. सप्तमी से दशमी तक महाभोग का वितरण किया जायेगा. बजट करीब 10 लाख रुपये का है.
मोंटेसरी मैदान में गरबा संग काल्पनिक मंदिर
केंद्रीय दुर्गापूजा समिति, मोंटेसरी मैदान में वर्ष 1973 से पूजा हो रही है. समिति के अध्यक्ष जितेंद्र सिंह ने बताया कि इस बार पंडाल का प्रारूप काल्पनिक है. यहां गरबा का भव्य आयोजन किया जायेगा. पंडाल के आसपास बच्चों के लिए झूले और खाने-पीने के स्टॉल लगाये गये हैं. उद्घाटन सोमवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय करेंगे. यहां पारंपरिक रूप से पूजा होती है और अष्टमी व नवमी को भोग का वितरण किया जायेगा.
लेजर लाइट शो से होगा मां दुर्गा का दर्शन
ठाकुर यशवंत सिंह बाल युवक संघ दुर्गापूजा समिति द्वारा आकर्षक पूजा पंडाल बनाया गया है. यहां पूजा वर्ष 2015 से हो रही है. इस बार काल्पनिक पूजा पंडाल का निर्माण किया गया है. लेजर लाइन और विद्युत संचालन के माध्यम से मां दुर्गा राक्षस का वध करती दिखाई देंगी. पंडाल के आसपास मेला और झूले भी लगाये गये हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

