इसी माह रक्षाबंधन, स्वतंत्रता दिवस, जन्माष्टमी, तीज और गणेश चतुर्थी
जन्माष्टमी पर झांकियां, दही-हांडी और भजन संध्या की रहेगी धूम
हरमू, हटिया से लेकर अलबर्ट एक्का चौक तक गूंजेगा ”गोविंदा आला रे”
रांची. सावन मास की पूर्णिमा के साथ जहां रक्षाबंधन का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जायेगा, वहीं पर्वों की श्रृंखला भी प्रारंभ हो जायेगी. रक्षाबंधन के पश्चात जन्माष्टमी, हरितालिका तीज और गणेश चतुर्थी जैसे प्रमुख त्योहार राजधानी रांची समेत पूरे प्रदेश में उत्साहपूर्वक मनाये जायेंगे. इन त्योहारों को लेकर शहर में धार्मिक आयोजन, सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं और बाजारों में खरीदारी का उत्सव प्रारंभ हो चुका है.
अलबर्ट एक्का चौक :
श्री कृष्ण जन्मोत्सव समिति के तत्वावधान में 16 और 17 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव का आयोजन किया जायेगा. समिति अध्यक्ष मुकेश काबरा ने बताया कि 10 अगस्त को माखन से भरी हांडी स्थापित की जायेगी. 16 अगस्त की शाम चार बजे बाल गोपाल प्रतियोगिता और झांकी प्रदर्शनी आयोजित होगी. 17 अगस्त की शाम चार बजे से दही हांडी प्रतियोगिता, भजन संध्या, नृत्य-नाटिका व देश भक्ति गीतों की प्रस्तुति होगी. बाल झांकियों में भाग लेने के लिए 12 वर्ष से कम आयु के बच्चों को आमंत्रित किया गया है.हटिया रेलवे कॉलोनी :
हटिया रेलवे कॉलोनी जन्माष्टमी पूजा समिति द्वारा 16 अगस्त की मध्य रात्रि को श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का आयोजन किया जायेगा. 17 अगस्त को फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता, 18 अगस्त को डांस प्रतियोगिता होगी. पूरे सप्ताह छह दिवसीय मेले का आयोजन भी किया जा रहा है, जिसमें झूले, खान-पान और मनोरंजन के कई स्टॉल आकर्षण का केंद्र होंगे.हरमू मैदान :
हरमू में 16 अगस्त को दही हांडी फोड़ प्रतियोगिता का आयोजन दोपहर दो बजे से होगा. बाल गोपाल सजाओ, श्रीकृष्ण झांकी और रात्रि आठ बजे से भजन और नृत्य नाटिका आयोजित की जायेगी. प्रतियोगिताओं में महिला और पुरुष गोविंदा टीमें भाग लेंगी. आठ वर्ष से कम आयु के बच्चों के लिए विशेष प्रतियोगिता भी आयोजित की जा रही है.राधाकृष्ण मंदिर, पुंदाग :
16 अगस्त को भजन, सत्संग, पूजन और प्रसाद वितरण का कार्यक्रम आयोजित होगा. भगवान श्रीकृष्ण के लिए आकर्षक झूले सजाये जायेंगे. साथ ही 24 अगस्त को छठी महोत्सव भी भव्य रूप से मनाया जायेगा.श्री श्याम मंडल का कार्यक्रम :
श्री श्याम मंडल की ओर से आयोजित जन्माष्टमी महोत्सव में रजत झूले में लड्डू गोपाल की भव्य झांकी मुख्य आकर्षण होगी. रात्रि नौ बजे से सांगीतिक संकीर्तन, रात्रि 12 बजे श्रीकृष्ण जन्म के साथ शंख-घंटा और नगाड़ों की ध्वनि, महाआरती और प्रसाद वितरण किया जायेगा.कान्हा के वस्त्र और आभूषणों की बढ़ी बिक्री
राजधानी के प्रमुख पूजा बाजारों में लड्डू गोपाल के वस्त्र, मुकुट, बंसी, झूला, आभूषण, माखन हांडी, फैंसी खिलौने और मंदिर सजावट के सामान की जोरदार बिक्री हो रही है. ये सामग्री दिल्ली, मथुरा, वृंदावन, कोलकाता, राजकोट और अहमदाबाद से मंगायी गयी है.प्रमुख कीमतें इस प्रकार हैं :
लड्डू गोपाल मूर्ति (पीतल) : 150-5100राधा-कृष्ण मूर्ति (पीतल) : 2100-15000
वस्त्र : 15-2500झूला : 250-3500
सिंहासन : 150-550बंसी : 10-500
तुलसी माला, वैजयंती माला : 50-150मच्छरदानी, गद्दा सेट, कंघी-आईना, पंखा : 20-600 तक
———-हरितालिका तीज :
26 अगस्त को हरितालिका तीज व्रत है. यह व्रत भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है. इस दिन माता पार्वती और भगवान शिव की विधि-विधान से पूजा की जाती है. मान्यता है कि विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और सुख-समृद्धि के लिए यह व्रत रखती हैं. यह व्रत कठिन माने जाने वाले व्रतों में से एक है. इसमें 24 घंटे तक निर्जला रहना होता है. हिंदू पंचांग के अनुसार तृतीया तिथि 25 अगस्त की दोपहर 12:35 बजे से शुरू होगा. इसका समापन 26 अगस्त की दोपहर 1:55 बजे होगा. उदया तिथि के अनुसार व्रत 26 अगस्त को ही रखा जायेगा.गणेश चतुर्थी :
गणेश चतुर्थी का पर्व देश भर में मनाया जाता है. कुछ राज्यों में दस दिनों तक यह उत्सव मनाया जाता है. पंचांग के अनुसार भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 26 अगस्त की दोपहर 1:54 बजे शुरू होकर 27 अगस्त 2025 को दिन के 3:44 बजे तक रहेगी. उदयकालीन तिथि के अनुसार गणेश चतुर्थी का पर्व 27 अगस्त बुधवार को मनाया जायेगा. राजधानी में कई जगहों पर गणेश चतुर्थी का उत्सव भव्य तरीके से मनाया जाने लगा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

