संजीव सिंह, रांची. राज्य के विश्वविद्यालय शिक्षकों को करियर एडवांसमेंट स्कीम-2010 के तहत एसोसिएट प्रोफेसर (स्टेज चार) से प्रोफेसर (स्टेज पांच) के पद पर प्रोन्नति के लिए झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) में प्रति वर्ष का एपीआइ स्कोर कागजात के साथ जमा करना अनिवार्य है. कुल 175 एपीआइ में कम-से-कम 100 एपीआइ स्कोर प्राप्त करना जरूरी है. आयोग ने सभी विश्वविद्यालयों को पत्र भेजकर आठ सितंबर 2025 तक निर्धारित फार्मेट में सभी कागजात के साथ जमा करने का निर्देश दिया है. नये निर्देश के अनुसार शिक्षकों को पिछले वर्ष के कागजात जुटाना आवश्यक हो गया है. यूजीसी मापदंड के अनुरूप क्लासरूम टीचिंग, सेमिनार और लेक्चर के लिए अधिकतम 50 स्कोर प्रति वर्ष निर्धारित किये गये हैं. क्लासरूम के अलावा अन्य शिक्षण कार्यों के लिए अधिकतम 10 स्कोर, पढ़ाने की तैयारी, सिलेबस के अनुसार पठन-पाठन और विद्यार्थियों को पठन सामग्री उपलब्ध कराने के लिए अधिकतम 20 स्कोर तय किये गये हैं. पीपीटी, फील्ड स्टडी, बोर्ड ऑफ स्टडीज आदि में सहभागिता के लिए अधिकतम 20 स्कोर तथा परीक्षा कार्य, मूल्यांकन, प्रश्न पत्र सेटिंग सहित अन्य कार्यों के लिए अधिकतम 25 स्कोर प्रति वर्ष निर्धारित किये गये हैं. इन सभी को मिलाकर कुल 125 एपीआई स्कोर में कम से कम 75 स्कोर लाना अनिवार्य है. अन्य श्रेणी में एनएसएस, एनसीसी, प्रशासनिक कार्य, सांस्कृतिक गतिविधि, खेलकूद में सहभागिता के लिए अधिकतम 20 स्कोर, कमेटी में शामिल होने पर 15 स्कोर तथा आलेख प्रकाशन, संगठन की सदस्यता, आकाशवाणी या कम्युनिटी रेडियो में प्रसारण के लिए अधिकतम 15 स्कोर प्रति वर्ष निर्धारित किये गये हैं. इस श्रेणी में कुल 50 में से कम से कम 15 एपीआइ स्कोर लाना अनिवार्य है. यानी दोनों श्रेणियों को मिलाकर शिक्षकों को कुल 175 में से न्यूनतम 100 एपीआइ स्कोर और संबंधित कागजात आयोग को जमा करने होंगे.
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