रांची. झारखंड में खरीफ विपणन मौसम 2024-25 में किसानों से धान की खरीद की जा रही है. पहले तीन माह में 42,749 किसानों से 26.08 लाख क्विंटल धान की खरीद हो पायी है. यह सरकार की ओर से निर्धारित लक्ष्य 60 लाख क्विंटल का लगभग 42 प्रतिशत है. ऐसे में अब बचे हुए लगभग एक माह में सरकार को लक्ष्य प्राप्त करने के लिए प्रतिदिन एक लाख क्विंटल धान की खरीद करनी होगी. सरकार अभी धान खरीद में लक्ष्य से लगभग 34 लाख क्विंटल पीछे है. फिलहाल सरकार की ओर से प्रतिदिन औसतन 35 से 40 हजार क्विंटल धान की खरीद हो पा रही है. गढ़वा, पलामू व कोडरमा को छोड़ कर शेष 21 जिलों में किसानों से निर्धारित लक्ष्य के 50 प्रतिशत से भी कम खरीद हो पायी है. अब भी धान क्रय केंद्रों में 11.47 लाख क्विंटल धान पड़े हुए हैं. इनका उठाव नहीं हो पाया है. अब तक धान क्रय के एवज में सरकार की ओर से कुल 399.52 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है. पहली किस्त के रूप में 39,811 किसानों के बीच 115.17 करोड़ रुपये व दूसरी किस्त के रूप में 16,334 किसानों के बीच 92.18 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है. वहीं, 14,977 किसानों को दूसरी किस्त के साथ-साथ बोनस की राशि का भुगतान किया गया है. केंद्र सरकार की ओर से इस बात साधारण धान का समर्थन मूल्य 2300 रुपये प्रति क्विंटल व ग्रेड-ए धान की दर 2310 रुपये निर्धारित की गयी है. इसमें सरकार की ओर से प्रति क्विंटल 100 रुपये का बोनस प्रदान किया जा रहा है. ऐसे में किसानों से साधारण धान की खरीद पर 2400 रुपये प्रति क्विंटल राशि का भुगतान किया जा रहा है. सरकार की ओर से न्यूनतम समर्थन मूल्य की आधी राशि का भुगतान धान खरीद के समय किया जा रहा है. वहीं, कहा गया है कि दूसरी किस्त व बोनस की राशि का भुगतान राइस मिलरों से चावल आने के बाद किया जायेगा. राज्य में 15 दिसंबर 2024 से धान क्रय की शुरुआत हुई थी. 15 अप्रैल तक धान की खरीद होनी है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है