रांची. वाइएमसीए वीटीसी में शनिवार को सर्वधर्म सम्मेलन का आयोजन किया गया. सम्मेलन में साइन के फादर विपिन पानी, गुरुनानक हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के डॉ देवेंद्र सिंह, आर्य समाज के डॉ प्रद्युम्न शास्त्री, मौलाना रिजवान दानिश नदवी, मो इसलाम, मो अकीलुरहमान, वाइएमसीए के महासचिव चोन्हास कुजूर, वाइएमसीए वीटीसी के सचिव आशीष टोपनो और मो मिन्हाज मुख्य रूप से उपस्थित थे.
मिलकर रहते हैं सभी जाति और धर्म के लोग
मो मिन्हाज ने कहा कि इस सम्मेलन का उद्देश्य ऐसा माहौल बनाना है, जो सभी धर्मों के बीच परस्पर सम्मान और समझ को बढ़ावा देता हो. हमारा धर्म अलग-अलग क्यों नहीं हो, उसका मूल संदेश एक ही है. फादर विपिन पानी ने कहा कि इस देश में हर जाति, धर्म और संस्कृति के लोग एक साथ मिलकर रहते हैं. हम एक हैं और एकता में बने रहना है. विविधता का मतलब ही एक है. उन्होंने कहा कि हम एक दूसरे के रीति-रिवाज, संस्कृति, जाति और धर्म का सम्मान करें.एक-दूसरे के रीति-रिवाजों का सम्मान करें : डॉ देवेंद्र सिंह ने कहा कि जब हम डॉक्टर के पास जाते हैं, तो डॉक्टर जो दवाई देता है, हम उसे खा लेते हैं. क्योंकि हम विश्वास करते हैं कि उससे ठीक हो जायेंगे. उन्होंने कहा कि इसी तरह हमें अपने क्रोध पर काबू रखना होगा. साथ ही एक-दूसरे के रीति-रिवाजों और संस्कृति का सम्मान करना होगा. डॉ प्रद्युम्न शास्त्री ने कहा कि सृष्टि की रचना का स्रोत ज्ञान है. उन्होंने कहा कि हमें एक दूसरे की गलतियों को माफ करना चाहिए. मौलाना रिजवान दानिश ने भी सर्वधर्म समभाव और सौहार्द बढ़ाने पर जोर दिया. कार्यक्रम में रेव्ह सिरिल हंस सहित अन्य उपस्थित थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

