डकरा. एनके एरिया की छह में से पांच मान्यता प्राप्त श्रमिक संगठन के प्रतिनिधियों ने एक संयुक्त हस्ताक्षर युक्त पत्र एनके महाप्रबंधक को देकर ऑल झारखंड कोयला श्रमिक संघ (एजेकेएसएस) को औद्योगिक संबंध में शामिल किये जाने का खुला विरोध किया है. पांचों यूनियन ने कहा है कि गलत तरीके से एजेकेएसएस को इंट्री देने का प्रयास पूर्व महाप्रबंधक संजय कुमार के समय में किया गया था और उस समय भी हमलोगों ने इसका विरोध किया था. क्षेत्र में और भी यूनियन सक्रिय हैं, जो इसके बाद अपना दावा पेश करेंगी. ऐसे में अलग से औद्योगिक संकट पैदा हो सकता है. मुख्यालय में एजेकेएसएस के प्रतिनिधि को कल्याण समिति सदस्य के रूप में यूनाइटेड कोल वर्कर्स यूनियन के स्थान पर शामिल किया गया है, अगर उस व्यवस्था से एनके एरिया में समायोजित करना है तो हमलोगों को कोई आपत्ति नहीं होगी. बताते चलें कि पिछले सप्ताह कल्याण समिति सदस्यों द्वारा एनुअल मेंटेनेंस के काम के निरीक्षण कार्यक्रम में एजेकेएसएस को भी बुलाया गया था, जिसका यूनियन ने विरोध किया और बाद में कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया. समय के साथ यह विवाद बढ़ रहा है और प्रबंधन की ओर से समाधान का रास्ता भी नहीं निकाला जा रहा है.
बात हो गयी है, जल्द निरीक्षण होगा : शैलेश
सीटू नेता शैलेश कुमार ने बताया कि एजेकेएसएस मामले को लेकर कल्याण समिति का निरीक्षण कार्यक्रम नहीं रोका जायेगा. प्रबंधन से बात हो गयी है जल्द निरीक्षण होगा.सबको अपने अस्तित्व की चिंता है : हरेंद्र
एजेकेएसएस नेता हरेंद्र सिंह ने कहा कि मजदूरों की चिंता छोड़ बहिष्कार प्रोग्राम चलाने वाले नेताओं को अपने अस्तित्व की चिंता सता रही है. उन्हें पता है कि एजेकेएसएस जैसा संघर्षशील संगठन औद्योगिक संबंध में शामिल होने के बाद मजदूर के बीच अपनी पैठ बना लेगा, इसलिए सभी एकजुट होकर उनके संगठन का बहिष्कार कर रहे हैं. यह नौटंकी बहुत दिनों तक नहीं चलनेवाली है.
छह में से पांच मान्यता प्राप्त श्रमिक संगठनों ने संयुक्त हस्ताक्षरयुक्त पत्र एनके महाप्रबंधक को दिया
B
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

