रांची़ राजधानी रांची सहित अलग-अलग शहरों से चोरी हुए मोबाइल अब बांग्लादेश के बाजारों में बिक रहे हैं. जिस गिरोह के सदस्य मोबाइल चोरी को अंजाम दे रहे हैं, उनके लिए मोबाइल का आइएमइआइ नंबर मायने नहीं रखता है. गिरोह के सदस्य इतने शातिर हैं कि चोरी के मोबाइल के आइएमइआइ नंबर तक भी बदल देते हैं. साहिबगंज और फरक्का कनेक्शन से बांग्लादेश पहुंच रहा है मोबाइल : चार दिनों पूर्व रांची के रातू इलाके से पुलिस ने साहिबगंज के कुख्यात तीन पहाड़ चोर गिरोह के एक नाबालिग सहित छह सदस्यों को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार चोरों के पास से चोरी के 79 मोबाइल बरामद किये गये थे. गिरफ्तार चोरों ने पूछताछ में यह खुलासा किया था कि उनके द्वारा चोरी किये गये सभी मोबाइल बांग्लादेश भेज दिये जाते हैं. मोबाइल को बांग्लादेश भेजने के लिए साहिबगंज में बैठा उनका सरगना सारी व्यवस्था करता है. साहिबगंज-फरक्का कनेक्शन के माध्यम से मोबाइल बांग्लादेश पहुंच जाता है. हालांकि इस चोर गिरोह का सरगना अभी तक गिरफ्तार नहीं हुआ है. गिरफ्तार मोबाइल चोर ने बताया कि उसे मोबाइल चोरी करने का लक्ष्य दिया गया है. महीने में 60 मोबाइल चोरी करना होता है. उसके लिए उन्हें वेतन मिलता है.
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