प्रतिबिंब एप हेल्पलाइन नंबर 1930 के कार्यों की समीक्षा रांची . राज्य में साइबर अपराध की रोकथाम के लिए तैयार प्रतिबिंब एप हेल्पलाइन नंबर 1930 के कार्यों की समीक्षा शुक्रवार को आइजी संगठित अपराध सीआइडी असीम विक्रांत मिंज ने की. समीक्षा में वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एसएसपी सहित देवघर, दुमका, जामताड़ा और गिरिडीह आदि जिलों के एसपी शामिल रहे. समीक्षा के दौरान आइजी की ओर से निर्देश दिया है कि साइबर फ्रॉड की घटनाओं में प्रयुक्त जिन मोबाइल नंबर को प्रतिबिंब एप में प्राेजेक्ट किया जाता, उसका सत्यापन कर कार्रवाई की जाये. कार्रवाई के दौरान अगर कोई समस्या आ रही है, तो इसकी जानकारी दी जाये, ताकि इसका निदान किया जा सके. इसके अलावा साइबर अपराध की रोकथाम और शिकायत करने के लिए हेल्पलाइन नंबर 1930 के क्रियान्वयन की समीक्षा के दौरान जिलों के एसपी की ओर से कुछ कमियाें के बारे जानकारी दी गयी. इसमें बताया गया कि सबसे अधिक कॉल ड्रॉप की समस्या आ रही है. रोजाना 300-400 कॉल आ रहे हैं, लेकिन इसमें कई कॉल फर्जी भी होते हैं. मैन पावर और संसाधन जैसे कंप्यूटर और डेस्क की कमी के कारण सभी कॉल रिसीव करने में परेशानी होती है. इसके कारण कॉल ड्रॉप की समस्या उत्पन्न हो रही है. मैन पावर और संसाधन की कमी दूर करने पर इसे ठीक किया जा सकता है. उल्लेखनीय है कि जल्द ही डीजीपी के स्तर से भी पूरे मामले की समीक्षा की जानी है.
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