रांची. आइआइएम रांची में तीन दिवसीय प्रबंधन विकास कार्यक्रम, एमडीपी का समापन सोमवार को हुआ. इसमें इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड आइओसीएल के पदाधिकारी शामिल हुए. उन्हें कार्यक्षेत्र के लिए जरूरी सुझाव और प्रशिक्षण दिये गये. किसी व्यवसाय के संचालन और औद्योगिक विकास के जरूरी मूल्यों पर चर्चा हुई. विशेषज्ञ ने कार्यक्षेत्र में लिए जरूरी नेटवर्किंग और समय-समय पर कॉरपोरेट इवेंट के जरिये ग्राहकों को लाभान्वित करने की सलाह दी. साथ ही नियमित रूप से ग्राहकों के सुझाव और शिकायत पर विचार करने की भी बात कही.
संस्थान के साथ-साथ कर्मी के विकास पर भी जोर देना होगा
आइआइएम रांची के निदेशक प्रो दीपक श्रीवास्तव ने कहा कि उद्योग जगत में बतौर नेतृत्वकर्ता पहचान स्थापित करना चुनौतीपूर्ण है. इसमें सफलता तभी मिलेगी जब प्रबंधन और संस्थान से जुड़े सभी कर्मी ईमानदारी से अपना काम पूरा करें. संस्थान के साथ-साथ कर्मी के विकास पर भी जोर देना होगा. काम को तनाव के रूप में लेने पर कर्मी अपना शत-प्रतिशत प्रदर्शन नहीं कर सकेंगे. ऐसे में संस्थान के मानव संसाधन विभाग को कर्मी के व्यक्तिगत, मानसिक और नियमित प्रशिक्षण पर काम करना होगा. इससे कर्मी को बदलते दौर के साथ ढलने का अवसर मिलेगा और अपने कार्यक्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगे. प्रशिक्षण सत्र के दौरान प्रो अमित सचान ने आइओसीएल कर्मियों को जरूरी प्रबंधन कौशल का सुझाव दिया. समापन समारोह में आइओसीएल कर्मियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया. इस अवसर पर प्रो अमित सचान, प्रो अंग्शुमन हजारीका और प्रो तनुश्री दत्ता उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है