रांची. रमजान के पवित्र महीने को देखते हुए बाजारों में फलों की बहार आ गयी है. फलों के राजा आम से लेकर सेब, पपीता, अमरूद, केला और तरबूज तक हर तरह के फल बाजारों में उपलब्ध हैं. गर्मी के बढ़ते असर को देखते हुए लोग खासतौर पर तरबूज, पपीता और खरबूजा जैसी ठंडी तासीर वाले फलों की खरीदारी कर रहे हैं.
गर्मी में तरबूज और खरबूजे की मांग बढ़ी
फल विक्रेताओं के अनुसार, रमजान के दौरान इफ्तार में तरबूज और खरबूजा खूब पसंद किया जाता है. लोग इन्हें खाने के अलावा शरबत और शेक बनाने के लिए भी इस्तेमाल कर रहे हैं. फल विक्रेता जाहिद ने बताया कि मौसम में बदलाव के चलते गर्मी वाले फलों की मांग तेजी से बढ़ी है.बाजार में आया आम, कई और किस्में जल्द होंगी उपलब्ध
फल विक्रेताओं के अनुसार, इस समय बाजार में केरल से आम आ रहे हैं. इनका स्वाद ठीक है और देखने में भी आकर्षक हैं, इसलिए लोग इन्हें पसंद कर रहे हैं. विक्रेताओं का कहना है कि अंतिम रमजान तक आम की कई और किस्में बाजार में आ जायेंगी.इधर, प्रति व्यक्ति 82 रुपये सदक-ए-फित्र अदा करने का हुआ निर्णय
एदार-ए-शरीया झारखंड के नाजिमे आला मौलाना कुतुबुद्दीन रिजवी की पहल पर प्रदेश कार्यालय इस्लामी मरकज हिंदपीढ़ी में बैठक हुई. अध्यक्षता मौलाना मिनहाजुद्दीन रिजवी ने की. रमजानुल मुबारक में गरीबों, बेसहारों, मदरसों और यतीमों के लिए निकाले जानेवाले सदक-ए-फित्र पर चर्चा हुई. इसमें एदारा की ओर से गठित सर्वे टीम के मौलाना शमशाद मिसबाही, मौलाना मुफ्ती आकिब जावेद मिसबाही की रिपोर्ट पर मध्य वर्ग गेहूं की कीमत पर फैसला लिया गया. इस समय रांची के बाजारों में मध्यमवर्गीय गेहूं की कीमत 40 रुपये प्रति किलो है. शरीयत के अनुसार हर मालिके नेसाब पर यह वाजिब है कि वे अपने और अपने बच्चों की तरफ से प्रति व्यक्ति 2.45 किलोग्राम गेहूं या इसका मूल्य निकाल कर गरीबों में इसका वितरण कर दें. उन्होंने कहा कि 2.45 किलोग्राम गेहूं की कीमत 81 रुपये 90 पैसे होता है, जिसे 82 रुपये किया गया. रांची और आसपास के लोग सदक-ए-फित्र प्रति व्यक्ति 82 रुपये निकाल कर गरीबों, यतीमों और मदरसों को अदा करें. उन्होंने कहा कि 82 रुपये सिर्फ रांची और आसपास के लिए है. अन्य शहरों के लिए, वहां के बाजार में गेहूं की कीमत के अनुसार राशि तय की जायेगी. बैठक में मौलाना डॉ ताजुद्दीन रिजवी, मुफ्ती एजाज हुसैन मिस्बाही, कारी अयुब रिजवी, मौलाना नेजामुद्दीन मिस्बाही, मौलाना मिनहाजुद्दीन रिजवी, मौलाना शमशाद मिसबाही, मौलाना मुफ्ती आकिब जावेद मिसबाही, अकीलुर रहमान, जुल्फेकार अली, इस्लाम और जमीरुद्दीन आदि उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है