Kartik Purnima Ranchi, रांची (राजेश वर्मा, नामकुम): कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर बुधवार को रांची में स्वर्णरेखा नदी के केतारी बागान घाट पर आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा था. अहले सुबह से ही श्रद्धालु स्नान के लिए नदी तट पर पहुंचने लगे थे. सुबह पांच बजे जैसे ही सूर्य की पहली किरण पड़ीं, श्रद्धालुओं ने पवित्र जल में डुबकी लगाकर पुण्य प्राप्ति की कामना की. स्नान के बाद भक्तों ने ऐतिहासिक इक्किसों महादेव मंदिर में पहुंचकर भगवान शिव की पूजा-अर्चना की. नदी किनारे दर्जनों पुजारी सत्यनारायण भगवान की कथा और हवन करवाने में जुटे रहे. पूजा के बाद श्रद्धालुओं ने परंपरा निभाते हुए जरूरतमंदों को वस्त्र, अन्न और धन दान किया.
दरिद्र नारायण भोज का आयोजन
दरिद्र नारायण भोजन समिति ने इस अवसर पर गरीब और असहाय लोगों के लिए विशेष भोज का आयोजन किया. समिति के सदस्यों ने बताया कि यह परंपरा वर्षों से निभाई जा रही है. पूर्णिमा से एक दिन पूर्व गरीबों को आमंत्रित किया जाता है और पूर्णिमा के दिन भोजन कराया जाता है. सैकड़ों लोगों ने भोजन ग्रहण किया. रांची विधायक सीपी सिंह भी मंदिर पहुंचे और श्रद्धालुओं को आशीर्वाद दिया.
नदी में दूषित जल होने के बावजूद लोगों ने लगायी आस्था की डुबकी
स्वर्णरेखा नदी का पानी काफी दूषित होने के बावजूद श्रद्धालुओं ने आस्था के साथ स्नान किया. कई श्रद्धालु नदी के गंदे पानी की वजह से घर से स्नान कर ही पूजा-अर्चना के लिए पहुंचे थे. नदी में हरमू नदी और औद्योगिक इकाइयों का प्रदूषित पानी मिल रहा है, जिससे जल गुणवत्ता और खराब हो गई है.
व्यवस्था में जुटी समितियां
स्वर्णरेखा उत्थान समिति, स्वर्णकार कान्यकुब्ज समिति और स्वर्णरेखा जीर्णोद्धार समिति सहित अन्य संस्थाएं श्रद्धालुओं की सुविधा और व्यवस्था में जुटी रहीं. समिति की ओर से चाय वितरण की व्यवस्था भी की गई. समिति के गौतम देव ने बताया कि स्वर्णरेखा को पुनः स्वच्छ और निर्मल बनाने के लिए हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा और मांगपत्र प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री को सौंपा जाएगा.
घाट पर मेले जैसा था माहौल
नदी तट के आसपास मेले जैसा माहौल था. ठेले-खोमचे, सुहाग सामग्री, गन्ना, बच्चों के मनोरंजन के साधन उपलब्ध थे. शाम में भव्य गंगा आरती का आयोजन हुआ. देर रात तक श्रद्धालुओं का आना-जाना जारी रहा.

