प्रतिनिधि, रातू.
कार्तिक उरांव आदिवासियों के मसीहा थे. वे सुख का त्याग करते हुए देश के आदिवासियों का विकास कैसे हो इसपर जोर दिया. वे चाहते थे कि हमारा आदिवासी समाज शिक्षित और समृद्धशाली हो. उक्त बातें मिशन ब्लू फाउंडेशन के निदेशक डॉ पंकज कुमार सोनी ने कार्तिक उरांव की 101वीं जयंती समारोह में बतौर मुख्य अतिथि कही. कहा कि हमारा झारखंड उस दिन समृद्धशाली होगा, जिस दिन हम अपनी मूल संस्कृति को समझ जायेंगे. विशिष्ट अतिथि रांची विश्वविद्यालय के उप कुलपति डॉ बीके सिंह ने कहा कि बाबा कार्तिक उरांव ऐसे महापुरुष थे जो शिक्षा व संघर्ष के प्रतीक हैं. कार्यक्रम को विकास परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व विधायक शिवशंकर उरांव, महासचिव डाॅ लक्ष्मण उरांव, खोखन सरदार, किरण बाला व परिषद के राज्याध्यक्षों ने भी अपनी बातें रखी. अतिथियों ने कार्तिक उरांव की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी. संचालन सपना कुमारी ने किया. मौके पर रंजित मिश्रा, लीलावती देवी, सरजू सिंह, रोहित कुमार, सुकरा उरांव, सुखदेव उरांव, बिरसी भगत, बुद्धेव उरांव, प्रभात तिवारी, अशोक ठाकुर आदि शामिल हुए.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

