रांची: झारखंड कांग्रेस के आठ विधायकों प्रतिनिधिमंडल कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल से मिला. कांग्रेस विधायकों ने पार्टी महासचिव से फुरकान अंसारी के लिए राज्यसभा टिकट की मांग की. कहा कि श्री अंसारी अल्पसंख्यक और मजबूत योद्धा हैं. राज्य में अकलियतों की आबादी बहुत ज्यादा है. बैकवर्ड अकलियत 96 प्रतिशत है. ऐसे में अकलियत के बड़े नेता को राज्यसभा का टिकट देने से समाज में अच्छा संदेश जायेगा.
लगभग घंटे भर की मुलाकात में विधायकों ने पार्टी महासचिव को राज्य में किये जा रहे कार्यों की जानकारी दी. वहीं श्री वेणुगोपाल ने संगठन मजबूत करने का निर्देश देते सभी विधायकों का मनोबल बढ़ाया. डॉ इरफान अंसारी के नेतृत्व में गये प्रतिनिधिमंडल में दीपिका पांडेय सिंह, अकेला यादव, राजेश कच्छप, पूर्णिमा नीरज सिंह, ममता देवी और रामचंद्र सिंह शामिल थे.
प्रदेश कांग्रेस ने कहा है कि गठबंधन किसी के निर्देश पर नहीं, बल्कि हमेशा सबकी सहमति से ही कामयाब होता है. कांग्रेस न तो किसी को आंख दिखा रही है और ना ही किसी से याचना कर रही है. कांग्रेस ने चुनाव के पूर्व गठबंधन किया था. गठबंधन को मिले जनादेश का सम्मान होना चाहिए. गठबंधन की गांठ खोलने वाली बयानबाजी से साथी दलों को बचना चाहिए.
प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने झामुमो नेता सुप्रियो भट्टाचार्य के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि गुरुजी झारखंड के सर्वमान्य नेता हैं, इसमें किसी को संशय नहीं होना चाहिए. गत राज्यसभा चुनाव में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और तत्कालीन कांग्रेस प्रभारी की मौजूदगी में आपसी सहमति के आधार पर दोनों सीटों पर उम्मीदवार उतारने का फैसला किया गया था.
Posted By: Sameer Oraon